बिलासपुर अस्पताल में नहीं सिरिंज का दोबारा इस्तेमाल
जागरण संवाददाता, बिलासपुर : डॉक्टर सजग हैं या आप, यह प्रश्न हर उस मरीज के लिए है जो अस्पताल जाता है।
जागरण संवाददाता, बिलासपुर : डॉक्टर सजग हैं या आप, यह प्रश्न हर उस मरीज के लिए है जो अस्पताल जाता है। उपचार के दौरान इंजेक्शन के लिए नई सिरिंज का प्रयोग होता है। कौन सी सिरिंज प्रयोग की गई है, इस मामले में सजगता जरूरी है।
क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर का दौरा करने पर देखा गया कि सिरिंज को इस्तेमाल करने के बाद नीडल कटर डिस्ट्रायर से नष्ट कर दिया गया। चिकित्सक या नर्स सिरिंज के प्रयोग के बाद उसे नष्ट कर रहे थे। इसके बाद इसे कबाड़ में डालकर जला दिया जाता है ताकि इसे दोबारा प्रयोग न किया जा सके। चिकित्सक नई सिरिंज का प्रयोग कर रहे थे जिससे इसके पुन: प्रयोग की कोई संभावना न रहे। अस्पताल प्रशासन के अनुसार हर मरीज को नई सिरिंज लगाने के आदेश हैं। चिकित्सक भली भांति इससे परिचित हैं। इसमें कोई कोताही नहीं बरती जाती है। इस मामले में मरीज का चौकस होना भी जरूरी है क्योंकि उसे भी देखना चाहिए कि नई सिरिंज का ही प्रयोग हो रहा है। यदि ऐसा होता है तो गलती की कोई गुंजाइश नहीं रहेगी।