भाखड़ा बांध की सुरक्षा करेंगे छठी आइआरबी के जवान
सुनीता ठाकुर, बिलासपुर
साठ के दशक में सतलुज नदी पर बने देश के महत्वपूर्ण बांध भाखड़ा बांध की सुरक्षा को अब दुगना करने की तैयारी हो गई है। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की ओर से दी सूचनाओं को आधार मानते हुए कुछ समय से जारी मंथन के बाद अब केंद्र के निर्देश पर राज्य सरकार ने सिरमौर जिले के कोलर स्थित छठी आइआरबी को भाखड़ा बांध की सुरक्षा की जिम्मेदारी दे दी है। सुरक्षा बल बांध के स्थान पर पहुंचना शुरू हो गए हैं। वर्दी में तैनात रहने वाले इन हथियारबंद जवानों के साथ अब राज्य सरकार के खुफिया तंत्र की भी ताकत को बढ़ाकर दुगना किया जा रहा है। नयनादेवी के डीएसपी विनोद कुमार ने बताया कि यह विचार पहले से चल रहा था। केंद्रीय एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर अब यह निर्णय लिया है। कुछ जवान आ गए हैं और कुछ जल्द पहुंच जाएंगे।
देश में भाखड़ा बांध महत्वपूर्ण स्थान रखता है। पंजाब व हिमाचल की सीमा पर बने इस बांध के पीछे सतलुज दरिया में अथाह जल भरा रहता है। भाखड़ा बांध पर आतंकियों की भी नजर रहती है। सूत्रों के अनुसार कुछ समय पहले आइबी समेत तमाम केंद्रीय व राज्य सरकार की खुफिया एजेंसियों ने रिपोर्ट दी थी कि भाखड़ा बांध की मौजूदा सुरक्षा पर्याप्त नहीं है। यहां पर निश्चित तौर पर कड़ी सुरक्षा की जरूरत है। केंद्र के निर्देश पर अब राज्य सरकार ने हिमाचल पुलिस की छठी आइआरबी में से 125 जवान भाखड़ा बांध की सुरक्षा में लगाने का निर्णय लिया है। यहां पर डीएसपी योगेश दत्त जोशी को सहायक समादेशक के रूप में तैनाती दी गई है। ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी राजपत्रित अधिकारी को मौके पर ही रहने के लिए कहा गया है।
सूत्रों ने बताया कि वर्तमान में राज्य सीआइडी की स्वीकृत क्षमता 20 थी, जिसे बढ़ाकर 40 कर दिया गया है। सीआइडी के कर्मचारी सादी वर्दी में ड्यूटी देंगे।