Move to Jagran APP

लैब में तैयार किया गया वोकल कॉर्ड टिश्यू

न्यूयॉर्क। यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कॉन्सिन के शोधकर्ताओं ने प्रयोगशाला में वोकल कॉर्ड टिश्यू विकसित करने में सफलता हासिल की है। यह कदम ऐसे लोगों की आवाज को वापस लाने की दिशा में बहुत ही महत्वूपर्ण है जो कैंसर या किसी अन्य कारण से अपनी आवाज खो चुके हैं।

By Babita kashyapEdited By: Published: Fri, 20 Nov 2015 02:23 PM (IST)Updated: Fri, 20 Nov 2015 02:25 PM (IST)

न्यूयॉर्क। यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कॉन्सिन के शोधकर्ताओं ने प्रयोगशाला में वोकल कॉर्ड टिश्यू विकसित करने में सफलता हासिल की है। यह कदम ऐसे लोगों की आवाज को वापस लाने की दिशा में बहुत ही महत्वूपर्ण है जो कैंसर या किसी अन्य कारण से अपनी आवाज खो चुके हैं।

loksabha election banner

शोधकर्ता डॉ. नाथन वेलहम ने कहा, 'हमारा यह वोकल कॉर्ड खास टिश्यू की मदद से बना होता है जोकि बेहद लचकदार और मजबूत होते हैं। इसकी संरचना और कार्यप्रणाली तैयार करना बेहद जटिल है।Ó वेलहम ने कहा कि प्रयोगशाला में तैयार किए गए टिश्यू काफी हद तक हमारे वोकल कॉर्ड टिश्यू से मिलते-जुलते हैं और इसमें उसी तरह की खूबियां भी मौजूद हैं। प्रयोग के दौरान शोधकर्ताओं ने पाया कि कृृत्रिम टिश्यू के जरिए न केवल आवाज पैदा करना संभव है, बल्कि इसमें प्राकृृतिक वोकल कॉर्ड की तरह ही कंपन भी होता है। इस शोध को साइंस ट्रांसलेशनल मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित किया गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.