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आईवीएफ शिशु की मां को बीमारियों का खतरा

इस्तांबुल। संतानहीन दंपतियों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाली तकनीक आईवीएफ का एक दुष्प्रभाव सामने आया है। ताजा शोध में कहा गया है कि आईवीएफ के जरिए मां बनने वाली महिलाओं में पाचन से जु़डी गंभीर परेशानियां होने का खतरा ज्यादा रहता है।

By Babita kashyapEdited By: Published: Thu, 13 Aug 2015 01:14 PM (IST)Updated: Thu, 13 Aug 2015 01:18 PM (IST)

इस्तांबुल। संतानहीन दंपतियों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाली तकनीक आईवीएफ का एक दुष्प्रभाव सामने आया है। ताजा शोध में कहा गया है कि आईवीएफ के जरिए मां बनने वाली महिलाओं में पाचन से जु़डी गंभीर परेशानियां होने का खतरा ज्यादा रहता है।

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तुर्की के शोधकर्ताओं ने महिलाओं के दो समूह पर अध्ययन किया। एक समूह में ऐसी महिलाएं थीं, जिन्होंने एक साल पहले प्राकृृतिक तरीके से बच्चे को जन्म दिया था, जबकि दूसरे समूह में उन महिलाओं को रखा गया था जिन्होंने आईवीएफ तकनीक से बच्चे को जन्म दिया था। शोध के दौरान दूसरे समूह की महिलाओं में गैस्ट्रो--इसोफेगल रिफ्लक्स डिसीज ([जीओआरडी)] की शिकायत तीन गुना ज्यादा पाई गई। जीओआरडी की स्थिति में पेट में बनने वाला अम्ल भोजननली के जरिए संचरण करने लगता है और सीने में जलन, उल्टी व खाना निगलने में परेशानी पैदा करता है। हालांकि शोधकर्ता इस कारण को नहीं समझ सके हैं कि आईवीएफ तकनीक से मां बनने वाली महिलाओं में इन परेशानियों का कारण क्या है।


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