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तनाव के कारक जीन का पता चला

शोधकर्ताओं ने चिंता और तनाव से जुड़़े एक जीन का पता लगाया है। शोधकर्ताओं का कहना है कि 'गोमाफू' नामक जीन तनावपूर्ण परिस्थितियों में दिमाग की सक्रियता को समझने में सहायक हो सकता है। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के टिमोथी ब्रेडी ने कहा,

By Babita kashyapEdited By: Published: Fri, 27 Feb 2015 10:45 AM (IST)Updated: Fri, 27 Feb 2015 11:58 AM (IST)
तनाव के कारक जीन का पता चला

कैलिफोर्निया। शोधकर्ताओं ने चिंता और तनाव से जुड़़े एक जीन का पता लगाया है। शोधकर्ताओं का कहना है कि 'गोमाफू' नामक जीन तनावपूर्ण परिस्थितियों में दिमाग की सक्रियता को समझने में सहायक हो सकता है।

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यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के टिमोथी ब्रेडी ने कहा, 'जब गोमाफू काम नहीं करता है तो व्यवहार में इस प्रकार के बदलाव दिखाई देते हैं जैसे आमतौर पर व्यग्रता ([एंग्जाइटी)] और सिजोफ्रेनिया में देखने को मिलते हैं।' यह जीन एक लंबा और नॉन--कोडिंग आरएनए है जो कि 'जंक' डीएनए से जुड़़ा होता है। कुछ वक्त पहले तक माना जाता था कि मानव शरीर के 98 फीसद जीनोम निष्क्रिय होते हैं और इनकी कोई भूमिका नहीं होती। इन्हें जंक डीएनए की श्रेणी में रखा जाता रहा है। ब्रेडी ने कहा कि माना जाता है कि जो डीएनए प्रोटीन नहीं बनाते वे निष्क्रिय होते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। इनकी भी विशेष भूमिका होती है।

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