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स्लिप डिस्क: मिलेगी बेहतर राहत

आधुनिक एमआईएस फ्यूजन तकनीक के जरिए अब स्लिप डिस्क से ग्रस्त लोगों को बेहतर राहत मिल रही है... 38 वर्षीय सुषमा टीचर हैं। अक्सर उनकी क्लास लंबे समय तक चलती है। एक बार उन्होंने किताबों भरा बैग आगे झुककर उठाया, तो उनकी कमर में दर्द उठा और कुछ देर बाद यह

By Babita kashyapEdited By: Published: Tue, 18 Aug 2015 02:27 PM (IST)Updated: Tue, 18 Aug 2015 02:43 PM (IST)
स्लिप डिस्क: मिलेगी बेहतर राहत

आधुनिक एमआईएस फ्यूजन तकनीक के जरिए अब स्लिप डिस्क से ग्रस्त लोगों को बेहतर राहत मिल रही है...

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38 वर्षीय सुषमा टीचर हैं। अक्सर उनकी क्लास लंबे समय तक चलती है। एक बार उन्होंने किताबों भरा बैग आगे झुककर उठाया, तो उनकी कमर में दर्द उठा और कुछ देर बाद यह दर्द उनके पैर में उतर गया। इसके बाद उनकी चाल भी टेढ़ी हो गई और चलने में पैर में झनझनाहट, भारीपन, सुन्नपन, खिंचाव और जलन होने लगी। यही नहीं, दो मिनट चलने के बाद उन्हें बैठने की जरूरत महसूस होने लगी। एक जगह खड़े होने में भी उन्हें परेशानी होने लगी। उन्होंने अपने फैमिली डॉक्टर से संपर्क किया, तो उन्होंने सुषमा को शीघ्र ही एक स्पाइन स्पेशलिस्ट से मिलने की सलाह दी।

मैंने सुषमा का चेक अप किया और उनकी एमआरआई जांच भी करायी। मैंने उन्हें

बताया कि उनकी एल4/एल5 में स्लिप डिस्क की समस्या है। नस दबने की वजह से

यह दर्द उनके पैर में उतर रहा है। इसके लिए मैंने उन्हें नवीनतम तकनीक एमआईएस-फ्यूजन के बारे में बताया और इस तकनीक की सुरक्षा और सफलता के बारे में जानकारी दी।

क्या है तकनीक

एमआईएस फ्यूजन तकनीक से होने वाले ऑपरेशन में 1 इंच का चीरा लगाकर रीढ़ की

हड्डी में स्थित क्षतिग्रस्त डिस्क निकाल दी जाती है। नस खोलने के बाद उसे और मजबूती प्रदान करने के लिए डिस्क की जगह 'पीक केजÓ डाला जाता है और एल4/एल5 में फ्यूजन

करते हैं। ऑपरेशन के तहत एल4 व एल 5 वर्टिब्रा में स्क्रू भी डाले जाते हैं और उन्हें आपस

में रॉड से कस देते हैं। इस कारण रीढ़ की हड्डी पहले जितनी सशक्त हो जाती है और

दोबारा नस दबने की संभावना समाप्त हो जाती है। फ्यूजन तकनीक से नस की सूजन, तनाव और

दबाव ठीक हो जाता है और मरीज को पूर्ण रूप से आराम मिल जाता है।

डॉ.अंकुर गुप्ता, स्पाइन सर्जन


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