आईवीएफ: दूर करें भ्रांतिया
निसंतान वैवाहिक युगलों के लिए इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) प्रक्रिया उम्मीद का उजाला है, लेकिन इस प्रक्रिया के बारे में कई भ्रांतियां व्याप्त हैं, जिनका तथ्यों की रोशनी में निराकरण जरूरी है...
निसंतान वैवाहिक युगलों के लिए इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) प्रक्रिया उम्मीद का उजाला है, लेकिन इस प्रक्रिया के बारे में कई भ्रांतियां व्याप्त हैं, जिनका तथ्यों की रोशनी में निराकरण जरूरी है...
भ्रांति: आईवीएफ प्रक्रिया के जरिये इलाज कराने के बाद यदि बेड रेस्ट न किया जाए, तो भ्रूण खराब हो सकता है।
तथ्य: ऐसी धारणा गलत है। सच तो यह है कि महिला के गर्भाशय में भ्रूण प्रत्यारोपित करने वाले दिन ही वह किसी दिक्कत के बगैर चल-फिरकर क्लीनिक से जा सकती है। डॉक्टर ऐसी महिलाओं को भ्रूण प्रत्यारोपण के तीन दिन बाद ही नियमित कार्य करने की इजाजत दे देते हैं।
भ्रांति: मासिक धर्म की अनियमितता नि:संतानता (इनफर्टिलिटी) का बड़ा कारण है।
तथ्य: अनियमित माहवारी नि:संतानता की समस्या का हमेशा कारण नहीं बनती है। अनियमित माहवारी नि:संतानता का एक कारण हो सकती हैं, लेकिन इसके अन्य महत्वपूर्ण कारक भी होते हैं।
भ्रांति: आईवीएफ प्रक्रिया से जन्म लेने वाला बच्चा अन्य बच्चों की तरह सामान्य नहीं होता।
तथ्य: आईवीएफ बच्चे शारीरिक गुणों और मानसिक क्षमता के मामले में अन्य बच्चों की तरह ही सामान्य होते हैं।
भ्रांति: सीमित मात्रा में अल्कोहल और धूम्रपान से फर्टिलिटी क्षमता को नुकसान नहीं पहुंच सकता।
तथ्य: अल्कोहल लेने और धूम्रपान से शरीर पर इसका प्रतिकूल असर पड़ता है और इससे प्रजनन क्षमता भी प्रभावित होती है।
डॉ. पूजा रानी आई.वी.एफ. एक्सपर्ट
इंदिरा आई.वी.एफ. सेंटर, पटना