सुबह हो सुहानी
यह तो आपने भी सुना होगा कि यदि सुबह सुहानी हो तो पूरा दिन सुहाना रहेगा। मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि दिन को बेहतरीन बनाने की शुरुआत अगर सुबह से की जाए तो दिन का सुंदर होना लाजमी है। छोटी-छोटी बातें और आदतें आपके हर दिन को लाजवाब बना देंगी।
यह तो आपने भी सुना होगा कि यदि सुबह सुहानी हो तो पूरा दिन सुहाना रहेगा। मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि दिन को बेहतरीन बनाने की शुरुआत अगर सुबह से की जाए तो दिन का सुंदर होना लाजमी है। छोटी-छोटी बातें और आदतें आपके हर दिन को लाजवाब बना देंगी।
जल्दी उठना
हेल्थ एक्सपट्र्स का कहना है कि सुबह जल्दी उठने वाले लोग अधिक स्वस्थ रहते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि सुबह जल्दी उठने वाले लोग अधिक आशावादी होते हैं। साथ ही वे समस्याओं को जल्दी सुलझा लेते हैं। रात में जल्दी सोने और सुबह जल्दी उठने से शरीर की बॉयोलॉजिकल क्लॉक भी सही रहती है।
शुक्रिया अदा करें
कुछ लोगों की आदत होती है कि वे हमेशा हर बात का रोना ही रोते रहते हैं। मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि हमेशा रोना रोने से बेहतर है कि जो भी आपके पास है उसके लिए ऊपर वाले को धन्यवाद दें और जो उसने दिया है उसमें खुश रहने की कोशिश करें। जब सुबह उठें तो खिड़की के बाहर चमक रहे सूरज और जो भी आपकी जिंदगी में अच्छा है, उसके प्रति अपना आभार व्यक्त करें। पिछले दिन हुई अच्छी और सकारात्मक चीजों के प्रति ईश्वर को धन्यवाद दें। आप देखेंगी कि यह समान्य सी चीजें आपके आने वाले हर दिन को और निखारेंगी।
सुनें संगीत
गीत-संगीत का सीधा प्रभाव हमारे मूड पर पड़ता है। यह हर दिन को सकारात्मक तरीके से देखने में आपकी मदद करता है। हालांकि सुबह के समय सुने जाने वाले गीत-संगीत का चयन सही होना चाहिए। खासकर तब जब आपका मूड पिछले दिन को लेकर अच्छा न रहा हो।
गर्म पानी और नींबू
गर्म पानी में नींबू का रस मिलाकर पीने से स्वास्थ्य तो सही रहता ही है। साथ ही यह शरीर को एनर्जी भी देता है। नींबू पानी से शरीर को विटामिन सी की प्राप्ति होती है। इसके अतिरिक्त यह शरीर से टॉक्सिन्स निकालने का सबसे अच्छा माध्यम है। यह शरीर के पीएच लेवल को संतुलित करता है और दिमाग व नर्व सेल्स को पोषण भी देता है।
बनाएं लिस्ट
दिनभर में किए जाने वाले कामों की एक लिस्ट बना लें। साथ ही कार्यों की प्राथमिकता पर भी ध्यान देंं। इससे आप आवश्यक कार्र्यों को समय पर पूरा कर सकेंगी। यहां हम सिर्फ बिल भरने, कपड़े धोने जैसे कार्यों की बात नहीं कर रहे हैं, बल्कि लिस्ट उन कामों के लिए भी बनानी है जो आपकी मदद करे, जहां आप खुद को ले जाना चाहती हैं। उदाहरण के तौर पर यदि आप लेखक बनना चाहती हैं तो दिन में कम से कम एक-दो पन्ने तो लिखें ही। इसके साथ ही दिमाग में आने वाले अन्य विचारों को भी किसी डायरी में नोट करती रहें।
अनुराधा