4 में है बड़ा पावर
हेल्थ एक्सपट्र्स का कहना है कि अगर इस मौसम में हम अपने खानपान का थोड़ा सा ध्यान रखें तो सर्दियों का भरपूर आनंद लिया जा सकता है...
सोयाबीन
सोयाबीन प्रोटीन और फाइबर का बहुत अच्छा स्रोत है। इसमें एमिनो एसिड भी पाया जाता है, जो शरीर के लिए बहुत लाभदायक होता है। इसका सेवन दिल की बीमारियों की आशंका को काफी कम करता है। सोयाबीन में विटामिन बी, कैल्शियम, ओमेगा-3 फैटी एसिड, मैग्नीशियम, आयरन, कॉपर, फॉस्फोरस आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं। अगर आपके शरीर में खून की कमी है तो आपको सोयाबीन का सेवन करना चाहिए, क्योंकि इसमें खून को बनाने और बढ़ाने वाले पोषक तत्व काफी मात्रा में होते हैं। इसका सेवन कैैंसर से बचाव करने में सहायक है। इसमें मिलने वाला फाइबर पाचन तंत्र को सही रखता है और कब्ज की समस्या को दूर करता है। मैगनीशियम मौजूद होने के कारण यह मानसिक तनाव को कम करने और अच्छी नींद लाने में भी सहायक है। सोयाबीन खून को साफ करने के साथ ही त्वचा में चमक लाता है और मुहांसों की समस्या से भी बचाव करता है। यह हानिकारक यूरिक एसिड को शरीर से बाहर निकालने में भी मदद करता है।
गाजर
इसके सेवन से शरीर को ढेरों फायदे मिलते हैं। इसमें बीटाकैरोटीन काफी अधिक मात्रा में पाया जाता है। यह शरीर में पहुंचने के बाद विटामिन ए में परिवर्तित हो जाता है। विटामिन ए आंखों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें मिलने वाले पोषक तत्व विभिन्न प्रकार के कैैंसर से बचाव करने में सहायक होते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि गाजर में मिलने वाले लाभकारी तत्व चोट लगने पर ज्यादा खून बहने से रोकते हैं। साथ ही घावों को जल्दी भरने में भी मदद करते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा, बालों, नाखूनों को खुश्क होने से बचाते हैं। गाजर में काफी मात्रा में फाइबर भी पाया जाता है। इसलिए यह पाचनतंत्र को सही रखने के साथ ही दिल संबंधी समस्याओं से बचाती है और कोलेस्ट्राल को कम करती है। इसमें मिलने वाले खनिज तत्व जैसे पोटैशियम, सोडियम, जिंक, आयरन, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, मैंगनीज, कैल्शियम दांतों और मसूड़ों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। गाजर का सेवन हड्डियों को मजबूत रखने में भी मददगार होता है। इसका जूस लिवर को ताकत देता है और लिवर के काम करने की क्षमता भी बढ़ाता है। इसके सेवन से शरीर के हानिकारक तत्व बाहर निकल जाते हैं।
लहसुन
विशेषज्ञों का कहना है इसमें मिलने वाले पोषक तत्व विभिन्न प्रकार की बीमारियों से रक्षा करते हैं। हृदयरोग विशेषज्ञों का कहना है कि लहसुन की एक-दो कली का नियमित रूप से सेवन करने पर हृदय संबंधी समस्याओं से बचाव होता है। यदि आप वजन घटाना चाहती हैं तो एक गिलास गर्म पानी में आधा नींबू का रस निचोड़ कर नियमित रूप से दो कली लहसुन का सेवन करें। लहसुन एजिंग की प्रक्रिया को भी धीमा करता है। लहसुन में मैंग्नीज, विटामिन सी, बी-6, सेलेनियम, कॉपर, फॉस्फोरस आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं। सर्दी जुकाम से राहत दिलाने में भी यह काफी असरदायक है। लहसुन के सेवन से ब्लडप्रेशर नियमित रहता है। साथ ही यह तनाव को भी नियंत्रित करता है। इसके नियमित सेवन से पेट, भोजन की नली और स्तन कैंसर की संभावना कम हो जाती है। लहसुन डायबिटीज वाले लोगों के लिए भी फायदेमंद है। कारण, यह शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मददगार साबित होता है। अगर आपके शरीर में दर्द रहता है तो सरसों के तेल में लहसुन और अजवाइन डालकर पकाएं। बाद में गुनगुने तेल से मालिश करने से बदन दर्द से राहत मिलती है।
अलसी के बीज
वैज्ञानिकों का कहना है कि इसके सेवन से सर्दी से राहत मिलने के साथ ही जोड़ों के दर्द में भी आराम मिलता है। जाड़े के दिनों में रोजाना अलसी के बीज खाने से हृदय रोग, डायबिटीज, मोटापा, त्वचा संबंधी समस्याएं, सर्दी-जुकाम, खांसी, अनिद्रा, व अन्य मानसिक रोगों में लाभ मिलता है। अलसी के बीजों में विटामिन-बी, कैल्शियम, मैगनीशियम, पोटैशियम, आयरन व ओमेगा-3 जैसे गुण भरपूर मात्रा में होते हैं। ओमेगा-3 शरीर में बनता नहीं है, इसे बाहरी स्रोतों से प्राप्त करना पड़ता है। शाकाहारी लोगों के लिए अलसी बहुत फायदेमंद होती है। अलसी पाचन शक्ति को मजबूत करती है और शरीर को ऊर्जा देने में सहायता करती है। अलसी के बीजों में फाइबर, विटामिन्स तथा प्रोटीन्स प्रचुर मात्रा में मौजूद होते हैं। प्रोटीन्स शरीर के सही विकास में सहायक होते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स हमारे ब्लड को साफ करते हैं और त्वचा तथा बालों को चमक देते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अलसी के बीजों को हमेशा पीसकर ही सेवन करना चाहिए। समूचे बीजों के सेवन से लाभ नहीं मिलता है।
इला शर्मा