चुटकी में टेस्ट बताएगा बच्चा समय पूर्व होगा
लंदन। ब्रिटेन में दस मिनट का एक साधारण सा परीक्षण तैयार किया गया है जिसके नतीजे बताएंगे कि गर्भवती महिला कहीं प्री-मैच्योर शिशु को तो जन्म नहीं देने वाली है।
लंदन। ब्रिटेन में दस मिनट का एक साधारण सा परीक्षण तैयार किया गया है जिसके नतीजे बताएंगे कि गर्भवती महिला कहीं प्री-मैच्योर शिशु को तो जन्म नहीं देने वाली है।
सूत्रों के अनुसार डॉक्टरों ने दावा किया है कि अगर गर्भवती महिला के स्वाब में संकुचन तय समय से बहुत पहले शुरू हो जाता है तो वह समय पूर्व अविकसित बच्चे को जन्म देती है। लेकिन नए टेस्ट में इस बात की पुष्टि उसके गर्भ में मौजूद प्रोटीन की मात्रा की जाच करके की जा सकती है। अगर प्रोटीन की रीडिंग अधिक निकलती है तो अगले ही पखवाड़े में शिशु के जन्म लेने की संभावना दोगुनी हो जाती है। अगर गर्भ में प्रोटीन की रीडिंग कम मिली तो चिकित्सक उसे प्रसव का फाल्स अलार्म मानकर गर्भवती महिला को वापस घर भेज देते हैं। इस नए टेस्ट के जल्द ही मौजूदा टेस्ट की जगह ले लेने की उम्मीद है। जिसमें कई सारे अनावश्यक परीक्षण करने पड़ते हैं और वक्त भी अधिक लगता है। महिला के स्वाब में फेटल फिब्रोनेक्टिन (एफएफएन) नामक प्रोटीन के स्तर को माना जाता है। ये प्रोटीन गर्भकाल के अंत में यानी प्रसव के 22 हफ्ते पहले ही बढ़ता है।
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