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मोबाइल फोन से चिपके रहना दिमाग के लिए खतरनाक

दिनभर मोबाइल फोन से चिपके रहना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। हाल ही में हुए एक शोध में यह बात सामने आई है कि अगर आप हर समय मोबाइल से जुडे रहते हैं तो यह दिमाग के लिए खतरा हो सकता है। दिनभर में 15 घंटे से अधिक का समय मोबाइल फोन पर बिताने वाले लोगों को ब्रेन ट्यूमर का जोखिम तीन गुना अधिक होता है। फ्रांस की बोर्डे

By Edited By: Published: Mon, 19 May 2014 12:32 PM (IST)Updated: Mon, 19 May 2014 12:32 PM (IST)
मोबाइल फोन से चिपके रहना दिमाग के लिए खतरनाक

दिनभर मोबाइल फोन से चिपके रहना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। हाल ही में हुए एक शोध में यह बात सामने आई है कि अगर आप हर समय मोबाइल से जुडे रहते हैं तो यह दिमाग के लिए खतरा हो सकता है। दिनभर में 15 घंटे से अधिक का समय मोबाइल फोन पर बिताने वाले लोगों को ब्रेन ट्यूमर का जोखिम तीन गुना अधिक होता है। फ्रांस की बोर्डेक्स यूनिवर्सिटी ने अपने शोध में माना है कि सेल्स और बिजनेस के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों से लेकर घंटों फोन पर बातें करने वाले युवाओं तक दिमाग से जु़़डे इस खतरे की आशंका ज्यादा होती है।

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शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में पाया कि जो लोग महीने में औसतन 15 घंटों से अधिक समय मोबाइल फोन पर बात करके काटते हैं वे अक्सर ब्रेन ट्यूमर के शिकार हो जाते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की इंटरनेशनल एजेंसी फॉर कैंसर रिसर्च ने भी मोबाइल फोन से निकलने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक तरंगों को कार्सिनोजेनिक (कैंसर कारक) होने की आशंका जताई है। हालांकि शोधकर्ता अपने इस अध्ययन को बेहद शुरआती दौर का मान रहे हैं, इस पर अभी कई तरह की रिसर्च और जारी है। यह शोध 'मेडिकल डेली' में प्रकाशित किया गया है।


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