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मोबाइल एप पर मिलेगी मौसम की पल-पल की जानकारी

मौसम की हर गतिविधि किसानों तक पहुंचाने और संभावित नुकसान व बचाव से अवगत कराने के लिए अब

By Edited By: Published: Thu, 28 Jul 2016 03:00 AM (IST)Updated: Thu, 28 Jul 2016 03:00 AM (IST)

मौसम की हर गतिविधि किसानों तक पहुंचाने और संभावित नुकसान व बचाव से अवगत कराने के लिए अब जिला स्तर पर वेदर स्टेशन बनाए जा रहे हैं। भौगोलिक परिस्थितयों का आंकलन करने के बाद प्रदेश के यमुनानगर, सिरसा और फतेहाबाद को चुना गया है। वेदर स्टेशन के जरिये मोबाइल एप पर मौसम का पूर्वानुमान, फसलों के रख-रखाव और प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान से किसान कैसे उभर सकते हैं, यह सब जानकारी उपलब्ध हो सकेगी।

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मौसम के पूर्वानुमान से संबंधित सूचनाओं को और भी अधिक पुख्ता बनाने के लिए देश भर में स्काई मैट वेदर सर्विसेज और अमेरिका की एजेंसी यूनाइटेड स्टेट एजेंसी फार इंडिया डेवलेपमेंट ने वेदर स्टेशन लगाए जाने का निर्णय लिया है। जानकारी के मुताबिक हरियाणा सहित कुल 11 राज्यों में दोनों एजेंसियां वेदर स्टेशन लगाने का काम दोनों एजेंसियां मिलकर कर रही हैं। प्रथम चरण इस प्रदेश के यमुनानगर, सिरसा और फतेहाबाद में यह स्टेशन लगाए जाएंगे।

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समाधान भी सुझाएंगे विशेषज्ञ

अधिक बारिश और सूखे की स्थिति में फसलों को नुकसान से कैसे बचाया जा सके, अगले एक सप्ताह के दौरान मौसम कैसा रहेगा, यदि खेत में फसल तैयार खड़ी है तो ऐसी स्थिति से कैसे निपटा जा सकता, किस मौसम में कौन सी फसल व किस्म की बिजाई करनी चाहिए, कितनी मात्रा में ¨सचाई करनी है और कितनी खाद-खुराक देनी है सहित कृषि से जुड़े सभी आवश्यक सुझाव भी विशेषज्ञ एप पर देंगे।

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नि:शुल्क मिलेगी सुविधा

मौसम संबंधी जानकारी लेने के लिए अपने मोबाइल पर स्काई मित्र नाम से एप डाउनलोड करना होगा। तमाम सेवाएं निशुल्क मिल सकेंगी। वेदर स्टेशन सोलर पावर से संचालित होगा और इस पर एक जीपीएस भी लगा होगा। मौसम से संबंधित सेंसर लगे होंगे। तीनों जिलों में यह वेदर स्टेशन स्थापित किए जाने कार्य शुरू हो चुका है और जल्दी ही यह सुविधा किसानों को मिलनी शुरू हो जाएगी।

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'सूचना तंत्र होगा और प्रभावी'

स्काई मैट (वेदर सर्विसेस) के चीफ बिजनेस हेड नलिन रावल ने बताया कि मौसम में आने वाले परिवर्तन की जानकारी यदि किसानों को समय रहते मिल जाए तो किसान को काफी फायदा होगा। संबंधित सूचना तंत्र को और भी प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए वेदर स्टेशन लगाए जा रहे हैं। फिलहाल प्रदेश के तीन जिलों को इस योजना के तहत चुना गया है।

'आधुनिक तकनीक से होगा लैस'

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डॉ. आदित्य डबास ने बताया कि आधुनिक तकनीक पर आधारित वेदर स्टेशन लगने से खासतौर पर किसानों को काफी फायदा होगा। मौसम व फसलों से संबंधित तमाम जानकारियां किसानों को समय रहते उपलब्ध हो सकेंगी। कभी सूखा पड़ता है तो कभी अधिक बारिश होती है, ऐसी परिस्थितियों में वेदर स्टेशन किसानों के लिए काफी सहायक साबित हो सकेंगे।


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