¨पजूपुरा में पीड़ितों को मिली पुलिस सुरक्षा
संवाद सहयोगी, कलायत : ¨पजूपुरा गांव में अमन-चैन भंग करने के मामले पर पुलिस प्रशासन ने कड़ा
संवाद सहयोगी, कलायत : ¨पजूपुरा गांव में अमन-चैन भंग करने के मामले पर पुलिस प्रशासन ने कड़ा संज्ञान लिया है। अनुसूचित वर्ग की बेटियों की ओर से डीजीपी को सुरक्षा मामले में लिखी गई चिट्ठी से अधिकारी हरकत में आ गए हैं। एसपी सुमेर प्रताप ¨सह के निर्देश पर डीएसपी सतीश गौतम ने पीड़ितों से मुलाकात की। करीब एक घंटा पुलिस अधिकारी ने थाना प्रभारी ललित मोहन और अन्य कर्मियों की मौजूदगी में मंदिर की दीवार ढहाने, कारसेवकों पर जानलेवा हमला और दहशत फैलाने के आरोपों की गहनता से जांच की। इस दौरान उन्होंने प्रभावित पक्ष के बच्चों, महिलाओं, युवाओं और बड़े-बुजुर्गो से सिलसिलेवार बातचीत की। डीएसपी के आग्रह पर वे बच्चों को स्कूल भेजने पर राजी हो गए। डीएसपी ने शिकायतकर्ता पक्ष को विश्वास दिलाया कि सुरक्षा के मामले में किसी तरह की चूक नहीं रहने दी जाएगी। विश्वास बहाली और अमन-चैन कायम करने के लिए आवासीय क्षेत्र में पुलिस की विशेष टीम को गतिशील किया गया है। किसी भी असामाजिक तत्व को शरारत का अवसर नहीं दिया जाएगा। डीएसपी सतीश गौतम ने कहा कि जन सहयोग के लक्ष्य को लेकर पुलिस मुस्तैदी से काम कर रही है। यदि कोई आदर्श व्यवस्था में गतिरोध पैदा करता है तो उसके खिलाफ कड़ा संज्ञान लिया जाएगा।
आरोपी पक्ष ने दी सफाई
उधर आरोपी पक्ष के लोगों ने भी अपनी साफ-सफाई दी है। उनका कहना है कि वे हमेशा मेलजोल से रहना चाहते हैं। जिस विषय को लेकर विवाद हुआ उसकी स्थिति प्रशासन के समक्ष रखी जा चुकी है। उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से नकार दिया।