53 खूनी प्वाइंट की खामियां होंगी दूर, बचेगी लोगों की जान
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : रोड सेफ्टी पर अधिकारी पहली बार गंभीर नजर आ रहे हैं। प्रश्
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
रोड सेफ्टी पर अधिकारी पहली बार गंभीर नजर आ रहे हैं। प्रशासन ने 53 ऐसे खूनी प्वाइंट चिन्हित किए हैं जिन पर बीते तीन साल में सबसे ज्यादा सड़क हादसे हुए हैं। इन हादसों में काफी लोगों की जान जा चुकी है। इन प्वाइंट की खामियों को दूर करने के लिए एक कमेटी बनेगी। संबंधित विभागों के अधिकारी वहां जाकर खामियों का पता कर उन्हें दूर करेंगे।
सबसे ज्यादा हादसे नेशनल हाइवे पर :
जिला में सबसे ज्यादा सड़क हादसे नेशनल हाइवे पर हो रहे हैं। जिला से अंबाला से सहारनपुर व जगाधरी से पौटा नेशनल हाइवे गुजर रहे हैं। दोनों ही हाइवे लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं। दोनों ही हाइवे पर खामियां ही खामियां है। इसके लिए प्रशासनिक अधिकारी जिम्मेदार हैं। क्योंकि उन्होंने कभी इन खामियों को दूर करने का प्रयास ही नहीं किया। यदि काम करते तो थानों में सड़क हादसों के इतने केस कभी रजिस्टर्ड नहीं होते।
सड़कों पर क्या है कमी :
सड़क हादसों की वजह एक नहीं बल्कि अनेक हैं। जो प्वाइंट ट्रैफिक पुलिस ने चिन्हित किए हैं उनमें सबसे बड़ी खामी सड़कों के बरम नीचे है। जगाधरी अंबाला हाइवे पर तो बरम सड़क से एक फुट नीचे हैं। ये हालत कहीं ओर नहीं बल्कि थाना शहर जगाधरी व पुलिस लाइन के सामने है। थाना छप्पर तक कहीं पर भी बरम सड़क के समतल नहीं। इसके अलावा जेबरा क्रॉ¨सग, स्लिप वे, रिफ्लेक्टर या सूचना पट्ट भी नहीं है। जगाधरी-बिलासपुर स्टेट हाइवे पर भेड़थल से पहले दो मोड़, गांव महमूदपुर का मोड़, गांव जटहेड़ी का मोड़, कपालमोचन-साढौरा रोड पर मछरौली से पहले, खेड़ी लक्खा ¨सह- मंडेबर रोड, बिलासपुर-छछरौली रोड पर शाहपुर के पास कई ऐसे तीव्र मोड़ हैं जिन पर आए दिन हादसे होते रहते हैं। इन मोड़ पर न तो सूचना पट्ट है और नहीं ही चेतावनी बोर्ड। ज्यादातर सड़क हादसों के पीछे विभागों की लापरवाही ही झलकती है।
अब लगने लगा काम हो रहा है :
रोड सेफ्टी की मी¨टग में हर बार अधिकारी ही बातें ही करते थे लेकिन अब लग रहा है की काम हो रहा है। क्योंकि रोड सेफ्टी पर डीसी आरएस खरब ने सख्त निर्णय लेने शुरू कर दिए हैं। खरब ने कहा है कि अब काम नहीं तो कार्रवाई होगी। गत 17 मार्च को रोड सेफ्टी की जो मी¨टग हुई थी इसके बाद ही शहर से अतिक्रमण हटाने के लिए कमेटियां बनी हैं। जगाधरी व यमुनानगर की दो कमेटियां बनी हैं। कमेटियां दोनों शहरों में दो-दो दिन अतिक्रमण हटाएंगी। इसी क्रम में खूनी प्वाइंट का चयन कर इनकी खामियों को दूर करने की कवायद भी शुरू हो गई है।
डीसी को रिपोर्ट दी जाएगी : निर्मल ¨सह
ट्रैफिक एसएचओ यमुनानगर निर्मल ¨सह का कहना है कि 53 प्वाइंट चिन्हित किए हैं। इन प्वाइंट पर संबंधित विभागों के अधिकारियों को साथ ले जाकर खामियां दूर की जाएंगी। रोड सेफ्टी में भी इन पर चर्चा की जाएगी। इसकी रिपोर्ट जल्द ही डीसी को दी जाएगी।
नोट : ये वो हादसे हैं जो थानों में दर्ज हुए हैं।