मामा ने दिए सपने को पंख
हरीश भौरिया, खरखौदा: कहते हैं कि हौसले बुलंद हों तो मंजिल मिल ही जाती हैं। झज्जर के गांव खरहर की मी
हरीश भौरिया, खरखौदा: कहते हैं कि हौसले बुलंद हों तो मंजिल मिल ही जाती हैं। झज्जर के गांव खरहर की मीनाक्षी ने भी कुछ ऐसा ही कर दिखाया है। बारहवीं की परीक्षा में स्कूल में प्रथम आकर। पिता की कमजोर आर्थिक हालत के चलते एक बार परिवार ने बेटी की पढ़ाई को बीच में ही छुड़वाने का फैसला कर लिया था, लेकिन मीनाक्षी के खांडा निवासी मामा रणबीर को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने आगे आते हुए अपनी भांजी को खुद पढ़ाने का फैसला लिया।
मीनाक्षी का दाखिला कक्षा बारहवीं में कर्ण ¨सह वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खांडा में करवाया। मिनाक्षी ने विज्ञान संकाय में 465 अंक प्राप्त करते हुए विद्यालय में प्रथम स्थान हासिल किया। वह पीएमटी की परीक्षा दे चुकी है। मीनाक्षी बीएससी नर्सिंग की तैयारी में जुटी हुई है। मीनाक्षी का कहना है कि उसके परिवार सदस्यों के साथ ही उसके रिश्तेदारों का इस उपलब्धि में बराबर का हिस्सा है। एक तरफ जहां उसके मामा ने उसकी पढ़ाई को जारी रखवाया वहीं मौसी अपने पास रखकर उसे को¨चग दिलवा रही है। ऐसे में एक बार टूटते दिखे सपनों को फिर से पंख लग गए हैं। स्कूल प्रबंधन की तरफ से भी जल्द ही मीनाक्षी को सम्मानित करने की तैयारियां की जा रही हैं।