प्रॉपर्टी डीलर की हत्या करने वाले पांच युवक गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, कुंडली : गांव नांगल कलां से संदिग्ध अवस्था में लापता हुए प्रॉपर्टी डीलर की हत्या के
जागरण संवाददाता, कुंडली : गांव नांगल कलां से संदिग्ध अवस्था में लापता हुए प्रॉपर्टी डीलर की हत्या के मामले में पुलिस ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके नाम सूरज, सुहोल उर्फ काला, अंकित उर्फ साजन, गौरव उर्फ चिटी व मोहित उर्फ चिनू है। ये सब गांव अटेरना के रहने वाले है। आरोपियों ने प्रॉपर्टी डीलर की हत्या कर शव को ड्रेन नंबर-8 में फेंक दिया था। पुलिस ने गोताखोरों की मदद से शव की तलाश शुरू कर दी है।
पुलिस अधीक्षक हरदीप ¨सह दून ने रविवार शाम संवाददाताओं को बताया कि गांव नांगल कलां निवासी अजय ने 13 अक्टूबर को कुंडली थाना पुलिस को बताया था कि उनके मामा राकेश कई दिनों से लापता हैं। वे प्रॉपर्टी डीलर का काम करते थे और कार लेकर घर से किसी काम के लिए बाहर गए थे। उसके बाद वापस नहीं लौटे।
पुलिस ने इस संबंध में अज्ञात के खिलाफ बंधक बनाकर रखने का मामला दर्ज किया था। मामले में एसआइ नरेश कुमार की टीम ने तीन दिन बाद राकेश की कार को दिल्ली के अलीपुर थाना क्षेत्र के गांव ताजपुर के पास से बरामद कर लिया था। कार जली हुई हालत में मिली थी। इस पर परिजनों ने राकेश का अपहरण किए जाने की आशंका जताई थी। पुलिस ने इस संबंध में अपहरण की धारा भी लगा दी थी। बाद में पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच एसआइटी को सौंप दी थी। एसआइटी में नियुक्त एसआइ फुल कंवार की टीम ने कड़ी जोड़ते हुए गांव अटेरना निवासी सूरज को गिरफ्तार कर लिया है। सूरज ने बताया कि उसने अपने चार अन्य साथियों के साथ मिलकर राकेश से लूटपाट की थी। पकड़े जाने के भय से उसका गला दबाकर हत्या करने के बाद शव को आठ नंबर ड्रेन में फेंक दिया था। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्हें राकेश कार के अंदर ही सोते हुए मिला था। जब उन्होंने उससे मोबाइल व नकदी लूटी तो राकेश ने विरोध करना शुरू कर दिया था। साथ ही बताया था कि उसका भांजा रणधीर दिल्ली के सब्जी मंडी थाना में नियुक्त है, जिससे वह पकड़े जाने से घबरा गए और उन्होंने राकेश की हत्या कर दी थी।
बालिग व नाबालिग का बना रहा संशय:
पुलिस ने मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया तो शुरुआत में चार के नाबालिग होने का संदेश जताया जा रहा था। जिस पर पुलिस ने उनके परिजनों से बुलाकर उनके कागजात दिखाने को कहा लेकिन वे कोई कागजात नहीं दे सके हैं। जिसके बाद आरोपियों को अदालत में पेश किया गया है, जहां उनका तीन दिन का रिमांड मिल गया है।