50 लाख की रंगदारी मांगने के दो आरोपी काबू
जागरण संवाददाता, सोनीपत शहर के मसद मोहल्ला निवासी एक आढ़ती से 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगने क
जागरण संवाददाता, सोनीपत
शहर के मसद मोहल्ला निवासी एक आढ़ती से 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के मामले में सिटी थाना पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को काबू कर लिया है। गिरफ्तार आरोपी ट्रांसपोर्ट नगर, दिल्ली निवासी जितेंद्र उर्फ जतिन और जोनी है। इनमें से जितेंद्र आढ़ती को पहले से जानता था। उसे पता था कि आढ़ती व उसके बेटे के साथ इससे पहले लूट का प्रयास हो चुका है और इससे वह डरे हुए हैं। इसीका फायदा उठाकर उसने अपने साथी के साथ मिलकर रंगदारी मांगी थी। पुलिस आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड पर लेगी।
मसद मोहल्ला निवासी विश्वबंधु ने 21 नवंबर को थाना सिटी में शिकायत दर्ज करवाई थी कि वह दिल्ली में आढ़त का काम करता है। उसने बताया कि उसके पास बल्ली उर्फ विक्की तथा दीपक पांडेय नाम से दो युवकों ने फोन किया है। उन्होंने उसे डरा-धमकाकर उससे 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी है। आरोपियों ने उसके पास 12 नवंबर से 20 नवंबर के बीच कई बार उससे रंगदारी की मांग की है। उन्होंने उसे रंगदारी की राशि नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी दी है। उसने मामले की शिकायत पुलिस को दी थी। सिटी थाना पुलिस ने जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो सिटी थाना प्रभारी प्रवीन की टीम ने दोनों आरोपियों को काबू कर लिया है।
आरोपी करता है केबल का काम
गिरफ्तार आरोपी जितेंद्र का ट्रांसपोर्ट नगर दिल्ली में केबल का काम है। विश्वबंधु भी ट्रांसपोर्ट नगर में आढ़त का काम करता है। जिस कारण उसकी मुलाकात विश्वबंधु आर्य से होती रहती थी। दूसरा आरोपी जोनी मेहनत-मजदूरी का काम करता है। दोनों दोस्त थे और दोनों की मंशा जल्द पैसे कमाने की थी, इसीलिए इस तरह की गतिविधि में शामिल हुए।
एक साल पहले हुई थी अपहरण की कोशिश
29 दिसंबर, 2914 को राई की बहालगढ़ चौकी में दर्ज मामले के अनुसार विश्वबंधु आर्य और उसके बेटे का कुछ लोगों ने अपहरण कर लूटपाट करने की कोशिश की थी। दोनों को गाड़ी में बहालगढ़ रोड पर दिवान फार्म हाउस के पास पुलिस की वर्दी पहने बदमाशों ने अपहरण किया था। इनमें वह दोनों बहालगढ़
चौक पर लगे जाम का फायदा उठाते हुए गाड़ी से निकलने में कामयाब हो गए थे। मामले में आसपास के लोगों की भीड़ में फंसने के बाद एक बदमाश ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर रखा है। वह सोनीपत जेल में बंद है। साथ ही एक आरोपी गाजियाबाद जेल में बंद है।
आरोपियों को थी जानकारी
जितेंद्र और जोनी को पता था कि विश्वबंधु आर्य और उसके बेटे के साथ पहले भी लूट के प्रयास की वारदात हो चुकी है। इसीलिए दोनों पिता-पुत्र काफी संभल कर रहते हैं। जितेंद्र ने साथी जोनी को इस बारे में बताया तो जोनी ने आइडिया सुझाया। जोनी ने टीवी में देखा था कि एक अपराधी जेल में बैठे-बैठे ही फोन कर रंगदारी मांगता है। इसी तर्ज पर पर जितेंद्र ने जोनी के जरिए एक फर्जी आइडी पर सिम लिया। इस सिम से फोन कर विश्वबंधु को धमकाया और रंगदारी मांगी।