दो माह में ही बिखरी गली, अधिकारियों पर उठ रहे सवाल
संवाद सहयोगी, गन्नौर: शहर के वार्ड नंबर छह व सात के बीच बनी मस्जिद वाली गली बनने के दो माह बाद ह
संवाद सहयोगी, गन्नौर:
शहर के वार्ड नंबर छह व सात के बीच बनी मस्जिद वाली गली बनने के दो माह बाद ही एक बार में टूट कर बिखर गई। जिस पर गली के निर्माण में प्रयोग की गई सामग्री की गुणवता के साथ ही अधिकारियों की नीयत पर भी सवाल उठ रहे है। क्षेत्रवासी नपा अधिकारियों पर ठेकेदार से मिलीभगत कर काम करने का आरोप लगा रहे है। गौरतलब है कि मस्जिद वाली गली का निर्माण दो माह पहले ही करवाया गया था। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि गली निर्माण के दस दिन बाद ही टूटनी शुरू हो गई थी। नपा अधिकारियों से मुलाकात पर केवल आश्वासन ही क्षेत्रवासियों को दिया गया। अधिकारियों की लापरवाही के चलते गली कई जगह से जर्जर हो चुकी है। क्षेत्रवासियों ने जल्द गली की हालत न सुधरने पर नपा के कार्यालय पर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।
-मस्जिद के सामने से गुजरने वाली गली को बने हुए अभी कुछ ही समय हुआ है और गली व नाली टूट गई हैं। उनका कहना है कि उन्होंने इसकी शिकायत नगरपालिका में की थी लेकिन अभी तक इसे ठीक नही करवाया गया है।
-जयनारायण, क्षेत्रवासी
वार्ड के तत्कालीन पार्षद को भी मौका दिखाया गया था। वार्डवासियों को आश्वासन दिया गया था कि इसे दोबारा बनवा दिया जाएगा। लेकिन इस टूटी हुई नाली को बनाना तो दूर इससे आगे की ओर बनाई गई नाली को तो एक तरफ से बिना बनाये ही अधूरा काम छोड़ दिया गया है।
-इकबाल, क्षेत्रवासी
गली की ओर तो नाली को बना दिया गया लेकिन मकानों की तरफ नाली को बिना बनाये छोड़ दिया गया जिस कारण नाली का पानी लोगों के घरों की दीवारों में समा जाता है। इस कारण पूरे मकान में सीलन व बदबू पैदा होने के साथ ही दीवारों में दरारे भी आने का खतरा बना हुआ है।
-मांगे, क्षेत्रवासी
बरसात के समय तो गली का बहुत ही बुरा हाल हो जाता है। गली में घुटनों तक पानी जमा हो जाता है जिस कारण आवागमन पूरी तरह से बंद हो जाता है। कई घंटे में पानी निकलने के बाद ही गली से आवागमन किया जा सकता है। जबकि इस गली में ही मस्जिद होने के कारण नमाज अता करने के लिए आना जाना लगा रहता है।
-सुरेश चंद लोधी, क्षेत्रवासी