लक्ष्य तक नहीं पहुंचा मिशन इंद्रधनुष
जागरण संवाददाता, सोनीपत : राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम मिशन इंद्रधनुष के चौथे और अंतिम चरण का सोमवा
जागरण संवाददाता, सोनीपत :
राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम मिशन इंद्रधनुष के चौथे और अंतिम चरण का सोमवार को समापन हो गया। इस टीकाकरण कार्यक्रम के तहत 20 हजार वंचित बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन लाख दावों के बावजूद स्वास्थ्य विभाग इस अभियान के चौथे चरण में महज छह हजार का आंकड़ा ही पार कर पाया है।लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सीएमओ की तरफ से भी लगातार दावे किए जा रहे थे। सात से 13 जुलाई तक चलाए गए राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम मिशन इंद्रधनुष के तहत दो साल तक के बच्चों को सात जानलेवा बीमारियों से बचाव के टीके लगाए गए हैं। सात दिनों में छह हजार से अधिक बच्चों का टीकाकरण किया गया है। यह अभियान अलग-अलग महीनों में चार चरणों में दो साल तक के ऐसे वंचित बच्चों के लिए चलाया गया था जिनका जन्म से लेकर अभी तक कोई टीकाकरण नहीं हुआ या कारणवश उनका टीकाकरण बीच में ही छूट गया है। इस अभियान के तहत कंस्ट्रक्शन साइट, ईंट भट्टों, कच्ची बस्तियों, और पिछड़े ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों का प्राथमिकता से टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा गया था।
अभियान की शुरुआत सात अप्रैल से हुई से हुई थी इसके दो चरण मई और जून में पूरे किए गए। अभियान के प्रथम चरण में टीकाकरण के अच्छे परिणाम देखने को मिले थे लेकिन बीच के दो चरणों में टीकाकरण में उत्साह दिखाई नहीं दिया। बीच के दो चरणों में टीकाकरण कम होने के कारण अभियान को दो दिन और ज्यादा चलाया गया था। इस बारे में स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि सभी वंचित बच्चों का टीकाकरण करने और निर्धारित लक्ष्य को शत प्रतिशत प्राप्त करने के प्रयास किए गए हैं। माइग्रेटिड लेबर के बच्चों का स्थान बदलता रहता है वह एक जगह पर टिक कर नहीं रहते इस कारण भी स्वास्थ्य कर्मचारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।