बाक्स : एक साल बाद झाड़ी जा रही एजुसेट से मिट्टी
जिले में 542 में से 404 एजुसेट ही कर रहे हैं काम
-निजी स्कूलों में वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में टीवी का प्रबंध
जागरण संवाददाता, सोनीपत : शिक्षक दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के प्रसारण के बहाने ही शिक्षा विभाग को एजुसेट की याद आ गई। प्रधानमंत्री के संबोधन का आदेश आते ही शिक्षा विभाग आनन-फानन में एजुसेट को सही करने में जुट गया। पिछले एक साल से एजुसेट पर मिट्टी की परतें जम रही थीं।
जिले के सरकारी स्कूलो में लगे 542 एजुसेट में से 404 खराब पडे़ हुए थे। इनमें से कई एजुसेट को ठीक करवाने का प्रयास किया जा रहा है। जबकि कई जगह टीवी का प्रबंध किया गया है, ताकि प्रसारण में किसी तरह से परेशानी न हो।
कार्यक्रम की तैयारियों को शिक्षा विभाग के अधिकारी भी पूरी तरह से परेशान दिखाई दे रहे हैं। प्रत्येक स्कूल में जाकर एजुसेट की जांच करनी पड़ रही है। सरकारी स्कूल के शिक्षक भी दबी जुबान से कह रहे हैं कि इससे पहले भी कई बार खराब एजुसेट की शिकायत शिक्षा विभाग से की गई, लेकिन अधिकारियों ने इस पर ध्यान नहीं दिया। अब यही एजुसेट शिक्षा विभाग के लिए सिरदर्द बन गए हैं।
एजुसेट की जगह टीवी होंगे विकल्प
शिक्षा विभाग के अनुसार निजी स्कूलो में एजुसेट नहीं हैं। लेकिन इन स्कूलो में टेलीविजन के माध्यम से मोदी के संबोधन का प्रसारण किया जाएगा। स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि टीवी में कोई तकनीकी खराबी न आए इसलिए तकनीकी कर्मचारी को भी कार्यक्रम के दौरान मौजूद रखें।
वहीं, सरकारी स्कूलो के एजुसेट का शिक्षा विभाग अधिकारी द्वारा मंगलवार को निरीक्षण किया गया। शिक्षा अधिकारी परमेश्वरी हुड्डा ने बताया कि गांवो में जहां एजुसेट खराब पडे़ हुए थे, वहां सरपंच के घर से टीवी लाकर प्रधानमंत्री का संबोधन सुनाया जाएगा। शिक्षा विभाग की तरफ से गांव के सरपंचो को भी कार्यक्रम में सहयोग करने के लिए कहा गया है।
सर्व शिक्षा विभाग के जिला परियोजना अधिकारी धीरज मलिक के अनुसार प्राइमरी स्कूलो के लिए पूरी तैयारियां कर ली गई हैं। इन स्कूलो में एजुसेट लगा दिए गए है। एजुसेट को लगवाने से पहले तकनीकी रूप से चेक कराया गया। इसके बाद उन्हें लगाया गया है। कार्यक्रम में किसी तरह की बाधा न आए। इसके लिए बिजली तकनीशियन को भी मौजूद रखा जाएगा।
स्कूलों की स्थिति
290 सरकारी स्कूल
123 वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय
86 राजकीय हाई स्कूल
81 मीडिल स्कूल