पति के साथ पत्नी को भी मिले दूसरी शादी का अधिकार: मित्तल
जागरण संवाददाता, गोहाना : विश्व हिदू परिषद के जिला अध्यक्ष रामकुमार मित्तल ने कहा कि प्यार में भोली-भाली हिंदू कन्याओं को फंसा कर औलाद होने के बाद मुस्लिम युवाओं द्वारा तलाक दे देना लव जेहाद को धर्मातरण का सबसे विकृत स्वरूप बना रहा है। उन्होंने नि:संतान रह जाने पर पति के साथ पत्नी को भी दूसरी शादी का अधिकार दिए जाने की जोरदार वकालत की। वे काठमंडी में अपने कार्यालय पर परिषद की गोहाना इकाई के अध्यक्ष डा. मनोज शर्मा के साथ पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
रामकुमार मित्तल ने कहा धर्मातरण कोई नया नहीं है। आदिकाल से इसके लिए हिंदू समाज पर विधर्मियों की कुदृष्टि रही है। समाज के कमजोर तबकों को विभिन्न प्रकार के प्रलोभन देकर धर्मातरण करवाया जाता रहा है। उन्होंने कहा कि अब लव जेहाद के रूप में धर्मातरण का जो मार्ग अब मुस्लिम समाज अपना रहा है, वह निंदनीय के साथ अमानवीय भी है। लव जेहाद में न केवल लड़की, बल्कि उसके बच्चों की जिंदगी भी खराब कर दी जाती है। प्यार के जाल में फंसाने के बाद शादी के लिए पहले धर्मातरण होता है। जब बच्चे हो जाते है, तब पत्नी को तलाक दे कर बच्चों के साथ दर-दर की ठोकरे खाने और भटकने के लिए छोड़ दिया जाता है। मित्तल ने कहा कि विश्व धर्म संसद ने नि:संतान पतियों को दूसरी शादी करने का अधिकार देने का जो प्रस्ताव सरकार के सम्मुख प्रस्तुत किया है, उसे संशोधित और परिष्कृत करने की आवश्यकता है। दूसरी शादी करने का अधिकार केवल पति को ही नहीं, बल्कि पत्नी को भी होना चाहिए। जिसका आधार मेडिकल प्रमाणपत्र होना चाहिए।