मुंहखुर पर नियंत्रण के लिए पशुपालन विभाग ने कमर कसी
-घर-घर जाकर लगाए जाएंगे इंजेक्शन
संवाद सहयोगी, गोहाना :
पशुपालन विभाग द्वारा क्षेत्र में पशुओं को मुंहखुर के इजेक्शन लगाए जाएंगे। इस अभियान के तहत विभाग के कर्मचारी घर-घर दस्तक देंगे और पशुपालकों के पशुओं को इजेक्शन लगाएंगे। कोई भी पशुपालक पशु हास्पिटलों में भी अपने पशुओं को लाकर यह इजेक्शन लगवा सकेगा।
पशु हास्पिटल के डा. मंजीत मलिक ने बताया कि विभाग द्वारा क्षेत्र में पशुओं को मुंहखुर के इजेक्शन लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा गोहाना क्षेत्र में पशुओं के लिए 1.30 लाख इजेक्शन की डोज मुहैया करवाई है। विभाग के कर्मचारी गाव व शहर में घर-घर जाएंगे और पशुओं को मुंह खुर के इजेक्शन लगाएंगे। उन्होंने पशुपालकों से अपील की कि वे अपने पशुओं को अनिवार्य रूप से मुंह खुर के इजेक्शन लगवाएं।
पशुपालकों में है भ्रम :
मुंहखुर के इजेक्शन को लेकर पशुपालकों में आम तौर पर तरह-तरह की शका रहती है। पशुपालक सोचते है कि यह इजेक्शन लगवाने से दुधारू पशु का दूध कम हो जाता है। डा. मंजीत मलिक कहते है कि मुंह खुर के इजेक्शन लगवाने से पशु के दूध पर कोई भी नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि कुछ दिन के लिए पशु का दूध कम हो जाए लेकिन उसके बाद पहले जितना ही दूध दिया जाएगा। यह इजेक्शन पशुपालकों को पशुओं को जरूर लगवाना चाहिए। यह इजेक्शन न लगवाने से पशु मुंह खुर की बीमारी की चपेट में आ सकता है।
यह है बीमारी के लक्षण :
मुंह खुर की बीमारी में आम तौर पर पशु के मुंह में छाले पड़ जाते है। पशु के मुंह से लार भी टपकती रहती है। पशु के पैरों में भी छाले पड़ जाते है। इसके बाद पशु न तो अच्छे ढग से चारा खा पाता है और दुधारू पशु का दूध भी पूरी तरह से खत्म हो जाता है। इसके बाद पशुपालकों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है।