बिजली बिलो को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
संवाद सूत्र, ओढा घरों के बिजली बिल ज्यादा आने को लेकर बृहस्पतिवार को गाव नुहियावाली व घुक्कांवा
संवाद सूत्र, ओढा
घरों के बिजली बिल ज्यादा आने को लेकर बृहस्पतिवार को गाव नुहियावाली व घुक्कांवाली में ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर बिल भरने से इंकार कर दिया। जिस कारण बिल भरवाने आए निगम के कर्मचारियों को बैरंग लौटना पड़ा।
बृहस्पतिवार सुबह निगम के कर्मचारी बिजली बिल भरवाने के लिए गाव नुहियावाली में पहुंचे, जहा ग्रामीणों ने रोष व्यक्त करते हुए ज्यादा आए बिजली बिलों को भरने से इंकार कर दिया। उपभोक्ता बलविंद्र सिंह, महेद्र कुमार, बलवीर, राजेंद्र कुमार, सुभाष, विनोद कुमार, राजकुमार, साहिल कुमार आदि ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार द्वारा बिजली यूनिट के दाम बढ़ाए जाने से बिल हजारों रुपये के आए है। कमजोर फसल व भारी भरकम बिजली बिलों के कमर तोड़ कर रख दी है। उपभोक्ताओं ने बताया कि जो बिल मात्र चार पाच सौ रुपये आता था, निगम ने उन्हे इस बार हजारों का बिल थमाकर तगड़ा झटका दिया है। ग्रामीणों के गर्म तेवरों को देखते हुए कर्मचारियों ने नम्रता से काम लेते हुए कहा कि बिल दुरुस्त करने का कार्य तो उच्चाधिकारी ही कर सकते है। कर्मचारी काफी देर तक बिल भरवाने का इतजार करते रहे लेकिन ग्रामीणों ने एकजुटता दिखाते हुए किसी ने भी बिल नहीं भरा जिस कारण कर्मचारी खाली लौट गए।
इसी तरह गाव घुक्कावाली में भी लोगों ने बिजली बिलों का बहिष्कार किया। जैसे ही कर्मचारियों ने बिल भरने के लिए दरबार लगाया तो ग्रामीणों ने रोष व्यक्त करते हुए निगम व सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। उपभोक्ता गुरदीप सिंह, रणवीर सिंह, नेब सिंह, दीपक, छबीला सिंह, भगवान सिंह, गुरूशरण सिंह आदि ने बताया की सरकार ने उन्हे दोहरी चपेट मारते हुए भारी भरकम बिल भेजे है। उन्होंने कहा कि जिन मजदूरों के घरों में मात्र दो बल्ब जलते है उनके बिल नलकूपों की तर्ज पर भेजे गए है। मजदूर नेब सिंह ने बताया की वह दिहाड़ी दर मजदूर है जिसे 718 यूनिट का 38 हजार रुपये का बिल भेजा गया है जबकि गुरदीप को 1053 यूनिट का बिल 8794 रुपये भेजा है। इसी प्रकार अनेक लोगों ने भी अपनी आर्थिक दशा का रोना रोते हुए कहा की उनके पास घरेलू सामान खरीदने के लिए भी पैसे नहीं है ऐसे में इतना भारी बिल कैसे भरेंगे। लोगों ने सरकार व निगम के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा की जब तक उनके बिल ठीक नहीं किए जाते वे बिल नहीं भरेगे और न ही मीटर उखाड़ने देंगे।
सब डिविजन में कोई भी बिल गलत नहीं भेजा गया, हमने एक एक बिल को चैक कर के भेजा है। फिर भी कोई बिल गलत लगता है तो हम एक दो दिन में उक्त दोनों गावों में शिविर लगाकर बिलों की जाच कर उन्हे दुरुस्त करेंगे।
- संदीप मेहता, एसडीओ पंजुआना