हादसे में बालक की मौत, तीन घायल
संवाद सूत्र, कालावाली : कालावाली से गदराना रोड पर बुधवार रात्रि सड़क दुर्घटना में 11 वर्षीय बालक की म
संवाद सूत्र, कालावाली : कालावाली से गदराना रोड पर बुधवार रात्रि सड़क दुर्घटना में 11 वर्षीय बालक की मौत हो गई जबकि जीप में सवार तीन अन्य लोगों को भी चोटें आई हैं।
जानकारी अनुसार तख्तमल निवासी नायब सिंह अपने पोतों हरप्रीत, सुखदीप व सीरी सतपाल के साथ जीप में गाव दौलतपुर खेड़ा में चल रही अपनी कंबाइन के लिए डीजल देने गए थे। वापस आते समय जीप गाव गदराना नहर के निकट पहुंची तो सामने आ रहे एक टै्रक्टर ट्रॉली ने जीप को टक्कर मार दी। इस हादसे में जीप में सवार हरप्रीत की मौके पर ही मौत हो गई जबकि अन्य लोगों को मामूली चोटें आई। घटना के बाद ट्रैक्टर चालक ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर मौके से फरार हो गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची सहारा क्लब की एंबुलेंस से सभी घायलों को ओढा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जहा 11 वर्षीय हरप्रीत को मृत घोषित कर दिया गया। मृतक का शव बृहस्पतिवार दोपहर पोस्टमार्टम उपरात परिजनों को सौंप दिया जहा गमगीन माहौल में अंतिम सस्कार कर दिया गया। वहीं पुलिस ने इस संबंध में अज्ञात ट्रैक्टर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।
दादी थम नहीं रहे थे आंसू..
मुकेश अरोड़ा, कालांवाली
सच ही कहा है कि मौत का समय और स्थान निश्चित होता है। इस बात से एक बेखबर 11 वर्षीय हरप्रीत व 12 वर्षीय सुखदीप दोनों जिद्द कर अपने दादा के साथ जीप में सवार हो गए थे। हालाकि उनकी दादी ने उन्हें जाने से रोका था लेकिन उनके दादा नायब सिंह ने यह कहकर साथ ले लिया कि मशीन को डीजल देकर जल्दी ही वापस आ जाएंगे। वापस आते समय सुखदीप जीप चला रहे अपने दादा के साथ वाली सीट पर सीरी सतपाल के साथ बैठ गया तथा हरप्रीत पीछे वाली सीट पर बैठा था। गदराना के समीप सामने से आ रहे एक तेज रफ्तार टै्रक्टर ने जीप को सामने से पीछे वाली साइड में टक्कर मार दी जिससे पीछे बैठे हरप्रीत सिंह की सिर में गंभीर चोट लगने से मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे की सूचना के बाद विलाप कर रहे परिजनों के मुंह से यही शब्द निकल रहे थे कि काश हरप्रीत उनकी बात मानकर रूक जाता तो शायद ..? मृतक गाव के राजकीय प्राथमिक पाठशाला में पंाचवीं का छात्र था। स्कूल के मुख्य शिक्षक रूपिंद्र सिंह के अनुसार हरप्रीत पढ़ाई में बहुत तेज था और कक्षा का मॉनिटर था। इस हादसे के बाद स्कूल में सभी बच्चों व स्टाफ ने दो मिनट को मौन रखा।