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आखों में आसू, जुबान से नहीं निकल रहे थे शब्द

जागरण संवाददाता, सिरसा : गाव से आए लोग जब उपायुक्त से मिल रहे थे तो, तब वे फसलें बर्बाद होने की कहान

By Edited By: Published: Tue, 31 Mar 2015 10:21 PM (IST)Updated: Wed, 01 Apr 2015 04:26 AM (IST)
आखों में आसू, जुबान से नहीं निकल रहे थे शब्द

जागरण संवाददाता, सिरसा : गाव से आए लोग जब उपायुक्त से मिल रहे थे तो, तब वे फसलें बर्बाद होने की कहानी सुनाते हुए रो पड़े। उन्होंने कहा कि ऐसी प्राकृतिक आपदा आई है कि कुछ नहीं बचा। खेती ही जीने का जरिया है और इस पर भी ओले बरस गए। अब तो हालात ऐसे है कि पशुओं के लिए खेतों में चारा भी नहीं बचा। इसी फसल पर किसान का सब कुछ निर्भर था। ब्याज पर लिए गए पैसे लौटाने थे, स्कूल पढ़ रहे बच्चों की फीस भरनी थी तथा साल भर का खर्च भी इसी फसल से निकलना था लेकिन अब तो सब कुछ हाथ से निकल गया।

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विशेष गिरदावरी व तत्काल मुआवजे की माग

सिरसा जिला में ओलावृष्टि से फसलें बर्बाद होने के बाद दूसरे दिन भी किसान अपने दर्द की व्यथा लेकर उपायुक्त से मिलने पहुंचे। किसानों ने प्रकृति की इस मार पर फसलें बर्बाद होने की जानकारी उपायुक्त से देते हुए विशेष गिरदावरी कराने और तत्काल मुआवजा दिए जाने की माग की।

मंगलवार को खराब फसलों का मुआवजे की माग को लेकर गाव अहमदपुर, देसूजोधा, पन्नीवाला मोरीका, चामल, ढाणी ख्योवाली, बनसुधार के किसान लघु सचिवालय पहुंचे। किसान लक्खा राम, पूर्व सरपंच जगदीश, अमरजीत, रूपेंद्र सिंह, रामचंद्र, नानकचंद, गुरदीप सिंह, भोला सिंह ने बताया कि उनके गाव में पूरी की पूरी फसलें बर्बाद हो गई है और प्राकृतिक आपदा ने उन्हे उजाड़कर रख दिया है। उन्होंने कहा कि विशेष गिरदावरी कराकर मुआवजा दिया जाए। अहमदपुर गाव के पूर्व सरपंच सुभाष चंद, प्रेम चंद पंच, छिंद्र पाल, संदीप कुमार ने उपायुक्त को मात्र पत्र देकर नुकसान की भरपाई कराने की माग रखी है।

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कमिश्नर ने किया प्रभावित क्षेत्र का दौरा

हिसार मंडल के आयुक्त राजीव रजन ने मंगलवार को जिला में ओलावृष्टि से प्रभावित गाव ओटू, धनूर, झोरड़नाली व केलनिया को दौरा कर गेहू की फसल के नुकसान का जायजा लिया। इस अवसर पर उनके साथ उपायुक्त निखिल गजराज, एसडीएम परमजीत सिंह चहल, डीआरओ अमीचंद सैनी सहित सम्बंधित क्षेत्र के नायब तहसीलदार, कानूनगों व पटवारी भी थे। आयुक्त राजीव रजन ने किसानों से कहा कि ओलावृष्टि से प्रभावित फसल की रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी तथा किसानों की फसल के नुकसान की भरपाई के लिए सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। रिपोर्ट के अनुसार गत 29 मार्च को रात्रि 7.30 बजे रानिया क्षेत्र के गाव ओटू में लगभग 2000 एकड़, धनूर में 2700 एकड़, झोरड़नाली में 4500 एकड़, केलनिया में 1250 एकड़, नानूआना में 400 एकड़, अभोली में 850 एकड़, रानिया में 5000 एकड़, सुल्तानपुरिया में 850 एकड़, घोतड़ में 500 एकड़ तथा अबूतगढ़ में 20 एकड़ में ओलावृष्टि से गेहू की फसल के नुकसान का अनुमान है। किसानों ने पशुओं के लिए चारा, तूड़ी, बिजली के बिल माफ करने आदि समस्याएं रखी। इस मौके पर राजीव रजन किसानों से मिले और उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा किसी के वश में नहीं है, लेकिन पीड़ित किसानों को हर संभव सहायता उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया।

सब्जी में 100 प्रतिशत नुकसान

बागवानी विभाग के अधिकारियों के अनुसार 12 से 15 गांव में सब्जी की फसल तबाह हुई है। 12 गांव में 100 प्रतिशत नुकसान का आकलन किया है। राज्य सरकार को भेजी गई रिपोर्ट में सिरसा में 500 हैक्टेयर में सब्जी की फसल नष्ट होने की जानकारी दी गई है वहीं ओलावृष्टि वाले गांव के बाग में 15 से 30 प्रतिशत नुकसान की रिपोर्ट भी दी गई है।


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