बास्केटबॉल मैदान को ही बना लिया पार्किग स्थल
जागरण संवाददाता, सिरसा : स्कूलों में खेल सुविधा किस कदर ठप है इसका जीता जागता उदाहरण राजकीय मॉडल संस
जागरण संवाददाता, सिरसा : स्कूलों में खेल सुविधा किस कदर ठप है इसका जीता जागता उदाहरण राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल में देखा जा सकता है। यहा पर स्कूल स्टाफ सदस्यों ने बास्केटबॉल मैदान को ही पार्किग स्थल बना लिया है। इस प्रकार से बास्केटबॉल भी खस्ताहाल हो चुका है जिसके कारण खिलाड़ी भी अपना अभ्यास नहीं कर पाते। स्कूल में खेल सुविधा नहीं होना भी स्कूल अधिकारियों की लापरवाही उजागर करता है।
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार व शिक्षा विभाग की और से विद्यार्थियों के लिए खेल सामान उपलब्ध करवाए जाते है ताकि विद्यार्थी शिक्षा के साथ-साथ खेल में भी रुचि रखे और अभ्यास कर देश व प्रदेश स्तर पर प्रदर्शन कर पदक लाए। लेकिन लचर व्यवस्था के चलते बेहतर खिलाड़ी की आस भी अधूरी रह जाती है।
फिर से करना पड़ता है खर्च
स्कूलों में खेल सामान को पहले तो देखभाल नहीं करने से खस्ता कर दिया जाता है। बाद में इन्हे दोबारा से मंगवाने पर एक तो समय लगता है और दूसरी और सरकारी पैसा भी अधिक खर्च होता है। अगर समय के साथ-साथ स्कूल स्टाफ सदस्यों द्वारा देखभाल की जाए तो इस प्रकार की समस्या उत्पन्न ही नहीं होगी।
बिना देखभाल के बास्केटबॉल हो चुका खस्ताहाल
हजारों रुपये की लागत से स्कूल में बास्केटबॉल लगाया गया। लेकिन स्कूल प्रबंधन की लापरवाही के चलते यह खस्ताहाल हो चुका है। जिसके कारण इसे दोबारा से लगाना पड़ेगा। अगर समय-समय पर देखभाल होती तो इस प्रकार की नौबत ही नहीं आती।
बास्केटबॉल स्कूल के पीछे खेल मैदान में है जो बिलकुल सेफ है। यह तो काफी पुराना हो चुका है। इसकी दोबारा से रिपेयर करवाई जाएगी। खिलाड़ियों के लिए कोई परेशानी नहीं है क्योंकि बास्केटबॉल जो नया है वहा पर बच्चे अभ्यास करते रहते है। पार्किग गलत है दीवार के साथ अलग से पार्किग स्थान है। अगर यहा पर वाहन खड़े कोई करता है तो उसे हटवाया जाएगा।
सुभाष वर्मा, स्कूल प्रभारी।