शत प्रतिशत साक्षर गांव चकजालू में न नशेड़ी, न अपराधी
महेंद्र सुथार, गोरीवाला प्रदेश के शत-प्रतिशत साक्षर गाव चकजालू में कई और भी खूबियां हैं। गांव मे
महेंद्र सुथार, गोरीवाला
प्रदेश के शत-प्रतिशत साक्षर गाव चकजालू में कई और भी खूबियां हैं। गांव में न कोई अपराधी है न ही नशेड़ी। कोई भी ग्रामीण किसी बैंक का देनदार है। यही नहीं बिजली बिल समय पर भरने में भी गांव अव्वल है। गाव में सभी गलिया पक्की हैं व कोई घर कच्चा नहीं है। सभी घरों में पेयजल कनेक्शन है। कोई पेयजल व्यर्थ नहीं बहाता यह सब साक्षरता का ही कमाल कमाल है।
डबवाली खंड का छोटा सा गाव चकजालू जिला सिरसा व प्रदेश का पूर्ण साक्षर गाव है। जहा अब कोई अंगूठा टेक नहीं रहा है। यह कार्य भारत साक्षर मिशन के तहत गाव में स्थापित लोक शिक्षा केंद्र में प्ररेक की कड़ी मेहनत से हो सका।
आपसी सहयोग से सब संभव है : सरपंच
सरपंच देवीलाल ने कहा कि यह सब गाववासियों के सहयोग से संभव हुआ है। गाव की आबादी 960 है व 538 मतदाता है। पूरा गाव पढ़-लिख गया है गाव में शातिपूर्ण माहौल है।
बुजुर्गो को पढ़ाना आसान नहीं था : प्ररेक
प्ररेक अमरजीत ने कहा कि उनके सिर पर 111 निरक्षरों को पढ़ाने का भार था। एक 60 वर्षीय वृद्ध ने पढ़ने में रुचि दिखाई, जिससे मेरा हौसला बढ़ा। मैं खुश हू कि मेरे पढ़ाने से गाव पूर्ण साक्षर बन गया व जिला व प्रदेशभर में प्रथम साक्षर गाव का गौरव मिला है।
यह है जिले की स्थिति
जिले में लगभग 1 लाख 85 हजार निरक्षर है। जिनको साक्षर करने के लिए 2011 में साक्षर भारत मिशन के तहत साक्षर करने का कार्य आरंभ हुआ। जिले के 334 गावों में 666 शिक्षा लोक केन्द्रों पर प्ररेकों ने 15 वर्ष से ऊपर आयु वर्ग को साक्षर किया। इससे पहले सिरसा साक्षरता मिशन व उत्तर साक्षर मिशन के तहत साक्षर करने का कार्य शुरू किया गया जो वर्ष 2008 में बंद कर दिया गया।
चकजालू में किसी पर नहीं पुलिस केस या बकाया बिल :
गाव चक्कजालू में कभी किसी गाव वासी के खिलाफ कोई पुलिस केस नही हुआ तथा इस गाव में कोई भी ऐसंा घर नहीं है जिसका बिजली का बिल बकाया हो। गाव का कोई भी व्यक्ति किसी बैंक का डिफॉल्टर नहीं है।
गाव में नहीं है कोई नशेड़ी
गाव में शराब का ठेका नहीं है व कोई भी व्यक्ति नशेड़ी नहीं है। गाव के ज्यादातर लोग खेतीबाड़ी करते है।
युवाओं ने खुशी जताई
गाव की इस शानदार उपलब्धि पर युवाओं में खुशी का माहौल है। युवा राजकुमार, डा. सुरजपाल प्रेमी, मुख्याध्यापक पालविंद्र शास्त्री, पुनित ने कहा कि ग्रामीण पढ़े लिखे होंगे तो भाईचारे से रहेगे, गाव उन्नति करेगा।