हिसार बना ओवरऑल चैंपियन
जागरण संवाददाता, सिरसा : राज्य स्तरीय स्कूली क्रीड़ा एवं सास्कृतिक प्रतियोगिता बृहस्पतिवार को संपन्न
जागरण संवाददाता, सिरसा : राज्य स्तरीय स्कूली क्रीड़ा एवं सास्कृतिक प्रतियोगिता बृहस्पतिवार को संपन्न हुई। शहीद भगत सिंह खेल स्टेडियम में आयोजित समापन समारोह में मौलिक शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक आरपी सागवान ने विजेता रहे खिलाड़ियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। सास्कृतिक गतिविधियों में ओवरऑल का खिताब सिरसा के नाम रहा जबकि खेलकूद प्रतियोगिताओं में ओवरऑल विजेता हिसार के खिलाड़ी रहे।
बृहस्पतिवार को अंतिम दिन लड़कों के कबड्डी मुकाबलों में जींद की टीम ने पहला, हिसार की टीम ने दूसरा तथा झज्जार की टीम ने तीसरा स्थान हासिल किया। खो-खो लड़कों के वर्ग में भिवानी, जींद व झज्जार की टीम क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रही। लड़कियों के वर्ग में हिसार की टीम ने प्रथम, भिवानी व जींद की टीम द्वितीय तथा तृतीय स्थान पर रही। लड़कियों के 4 गुणा 100 रिले रेस में जींद व कैथल की खिलाड़ी अव्वल रही जबकि लड़कों में झज्जार, हिसार व करनाल की खिलाड़ी क्रमश: प्रथम द्वितीय तथा तृतीय स्थान पर रहे।
लड़कों की 400 मीटर दौड़ स्पर्धा में झज्जार के हर्ष ने प्रथम, धीरज झज्जार ने द्वितीय तथा रेवाड़ी के अंशुमन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। लड़कियों के वर्ग में कल्पना हिसार, अनु झज्जार, ईशिका झज्जार ने क्रमश: पहला, दूसरा तथा तीसरा स्थान प्राप्त किया। लड़कों की फर्राटा दौड़ में आर्यन यमुनानगर, गोल्डी पंचकुला, रोहित रेवाड़ी तथा लड़कियों के वर्ग में ऋतु व प्रीति हिसार, ज्योति झज्जार ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त किया। लड़कों की 200 मीटर दौड़ स्पर्धा में रोहित रेवाड़ी, आर्यन यमुनानगर, विकास हिसार, लड़कियों के वर्ग में कल्पना हिसार, कोमल कैथल, प्रीति रोहतक अव्वल स्थान पर रही। प्रतिस्पर्धा में विजेता रहे खिलाड़ियों को मुख्य अतिथि डा. आरपी सागवान ने पदक व ट्रॉफी देकर सम्मानित किया।
डा. सागवान ने कहा कि खिलाड़ी देश का भविष्य होते है। खेल में खिलाड़ी की हार-जीत तो होती है मगर खिलाड़ी उससे मायूस न होकर उससे प्रेरणा लेते हुए बेहतर प्रदर्शन में जुट जाएं। उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश के खिलाड़ियों ने ओलंपिक खेलों तक अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। आज खेलों से भी खिलाड़ी अपना भविष्य संवार सकता है। इस अवसर पर धर्मेद्र शास्त्री, चरणजीत भाकर सहित अनेक जन उपस्थित थे।