दीपावली पर 7 से 9 करोड़ के पटाखे राख
जागरण संवाददाता, सिरसा : शहर में दीपावली पर्व धूमधाम से मनाया गया। जहां एक ओर जिलेभर में लोगों ने पू
जागरण संवाददाता, सिरसा : शहर में दीपावली पर्व धूमधाम से मनाया गया। जहां एक ओर जिलेभर में लोगों ने पूजा-अर्चना की वहीं दूसरी ओर रात्रि के समय जमकर आतिशबाजी भी की। अनुमान है कि जिला भर में 7 से 9 करोड़ के पटाखे फूंक दिए गए।
दीपावली पर लोगों ने विधि-विधान से लक्ष्मी माता का पूजन किया और घर व प्रतिष्ठान पर दीये जलाए।
पर्व को लेकर शहर के सभी मंदिरों को भी भव्य रुप से सजाया गया था और अधिकतर लोगों ने अपने घरों व प्रतिष्ठानों को भी बिजली के रग-बिरगे बल्बों से सुसज्जिात किया। दीपावली के दिन सुबह से ही बाजारों में खरीददारी का सुबह से ही बाजारों में चहल-पहल का दौर शुरु हो गया। पूरा दिन सभी बाजार लोगों की भीड़ से अटे रहे और लोगों ने जमकर खरीदारी की।
पटाखा रहित दीपावली का असर, फिर भी छूटे पटाखे
जिला प्रशासन और समाज सेवी संस्थाओं की ओर से पटाखा रहित दीपावली के लिए जागरूकता अभियान चलाया गया। हालांकि इसका असर भी स्पष्ट रूप से नजर आया लेकिन इसके बावजूद जिला में इस बार करीब 7 से 9 करोड़ रुपये के पटाखें धुआं हो गए। अकेले शहर सिरसा में पटाखों की बिक्री के लिए करीब 80 दुकानें थी, इसी प्रकार ऐलनाबाद, डबवाली में भी पटाखों की बिक्री हुई। इसके अलावा लोगों ने थोक गोदामों से भी पटाखे खरीदे और बाहरी क्षेत्र से भी पटाखे खरीदे गए। अनुमान है कि जिलेभर में भारी मात्रा में पटाखे फूंके गए।
रिपोर्ट बाद में लेकिन बढ़ा है प्रदूषण का स्तर
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सूत्रों से पता चला है कि हर वर्ष प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक्सईएन विनय गिल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि दीपावली को देखते हुए प्रदूषण बढ़ने का अनुमान था। इसलिए विभिन्न स्थानों पर प्रदूषण मापक यंत्र लगाए गए। उन्होंने बताया कि दीपावली के बाद यंत्रों को जांच के लिए लैब में भेज दिया गया है फिर भी अनुमान है कि दीपावली पर जो पटाखे फूंके हैं उससे प्रदूषण का स्तर 800 से 1200 के बीच बढ़ा है। हालांकि सटीक रिपोर्ट जांच के बाद ही आएगी। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट आने के बाद ही आगामी कार्यक्रम बनाया जाएगा।