प्रो. वीरेंद्र अब भी पुलिस की पहुंच से दूर, दायर की अग्रिम जमानत अर्जी
जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हिंसा फैलाने के आराेप में घिरे प्रो. वीरेंद्र सिंह ने रोहतक अदालत में अग्रिम जमानत की याचिका दायर की है। उनके खिलाफ पुलिस ने देशद्रोह का मामला दर्ज कर रखा है। इस बीच उनके मामले के बारे में एनआइए को भी सूचित किया गया है।
जागरण संवाददाता, रोहतक। जाट आरक्षण आंदोलन को भड़काने के आरोप में फंसे प्रो. वीरेंद्र सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद उन्होंने अदालत में अग्रिम जमानत की अर्जी दी। उनके वकील ने बृहस्पतिवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में अर्जी दायर की। उधर, पुलिस की टीमें गिरफ्तारी के लिए उनके संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।चूंकि आरोप देशद्रोह के हैं, इसलिए पुलिस ने नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी यानि एनआइए में भी यह मामले की जानकारी दी है।
देशद्राेह का मामला होने के कारण पुलिस ने एनआइए को भी भेजी जानकारी
जाट आरक्षण आंदोलन के बाद प्रदेशभर में भड़की हिंसा के दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा के राजनीतिक सलाहकार प्राे. वीरेंद्र सिंह का एक खाप प्रवक्ता कप्तान मान सिंह दलाल के साथ बातचीत की आडियो रिकार्डिंग सामने आई थी। इससे बाद भिवानी के सेवानिवृत कैप्टन पवन कुमार ने रोहतक के सिविल लाइन थाना प्रो. वीरेंद्र सिंह व कप्तान मान सिंह के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कराया था।
जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हिंसा भड़काने का अारोप, देशद्रोह का मामला है दर्ज
प्रो. वीरेंद्र व मान सिंह को पुलिस ने 28 फरवरी तक अपना पक्ष रखने के नोटिस जारी किया था। पुलिस द्वारा दिए गए समय में प्रो. वीरेंद्र सिंह पुलिस की जांच में शामिल नहीं हुए। इसके बाद पुलिस ने कोर्ट से उसकी गिरफ्तारी वारंट जारी करवाया। गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद पुलिस ने तीन टीमें गठित कर दबिश देनी शुरू की, लेकिन वह अभी तक उन तक नहीं पहुंच पाई है।
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एयरपोर्ट अथारिटी को भी दी गई सूचना
प्रो. वीरेंद्र पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है। ऐसे में पुलिस ने एनआइए को भी इस केस के बारे में अवगत कराते हुए रिपोर्ट भेज दी है। एनआइए अभी इस मामले में पुलिस की जांच में कोई दखल नहीं देगी, लेकिन भविष्य में जरूरत पड़ी तो वह इस प्रकरण की जांच कर सकती है। इसके अलावा पुलिस ने उनके विदेश जाने की संभावना को देखते हुए एयरपोर्ट अथारिटी को भी अवगत करवा दिया गया है। उसके पासपोर्ट को कब्जे में लेने की प्रक्रिया भी पुलिस कर रही है।
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'' प्रो. वीरेंद्र व अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। इसके अलावा एनआइए को भी पूरे मामले से अवगत करवा दिया गया है। पासपोर्ट को जब्त करने की प्रक्रिया पुलिस पहले की शुरू कर चुकी है ताकि उनके विदेश जाने की संभावना को खत्म किया जा सके।
-शशांक आनंद, एसपी, रोहतक।
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'' प्रो. वीरेंद्र सिंह को पुलिस के समक्ष पक्ष रखने के लिए 2 मार्च तक का समय मिला था। समय पूरा होने के बाद उन्होंने संवैधानिक तौर पर अग्रिम जमानत के लिए जिला एवं सत्र न्यायाधीश की कोर्ट में अर्जी दायर की है। पुलिस की तरफ से बयान आ रहे हैं कि उनके गिरफ्तारी वारंट जारी करके दबिश दी जा रही है। प्रो. वीरेंद्र पर मुकदमा दर्ज होने के बाद उन्होंने मीडिया को इंटरव्यू भी दिए हैं। इससे यह साबित होता है कि वह कानून से भाग नहीं रहे हैं। शुक्रवार को अग्रिम जमानत अर्जी पर विचार होगा।
- एडवोकेट नवदीप सिंह, प्रो. वीरेंद्र के वकील।