रिमोट सें¨सग की कृषि संबंधित समस्याओं के समाधान में बड़ी भूमिका : डॉ. रमेश
जागरण संवाददाता, रोहतक : पं. नेकीराम शर्मा राजकीय महाविद्यालय के स्नातकोत्तर भूगोल विभाग में दो द
जागरण संवाददाता, रोहतक :
पं. नेकीराम शर्मा राजकीय महाविद्यालय के स्नातकोत्तर भूगोल विभाग में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का शनिवार को समापन हुआ। इस दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का उद्घाटन शुक्रवार को हुआ व इसमें मुख्यातिथि हरियाणा रिमोट सें¨सग विभाग के चीफ साइंटिस्ट डॉ. रमेश हुड्डा थे व मुख्य वक्ता जवाहर लाल नेहरू दिल्ली के प्रो. मिलापचंद शर्मा थे। इस अवसर पर देश के विभिन्न हिस्सों से आए लगभग 250 भूगोलवेता उपस्थित रहे।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. वेदप्रकाश श्योराण ने सभी आगंतुकों का स्वागत व अभिनंदन किया। राष्ट्रीय सेमिनार का विषय है ''प्रकृति और सांस्कृतिक: प्राकृतिक पर्यावरण में नैतिकता और संवेदनशीलता''। इस अवसर पर जयपुर विवि के प्रोफेसर डॉ. नरेश मलिक विशेष रूप से मौजूद रहे।
मुख्यातिथि डॉ. रमेश हुड्डा ने ''रिमोट सें¨सग का आज के युग में महत्व'' पर अपने विचार व्यक्त किए और उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि किस प्रकार से रिमोट सें¨सग ने आज कैसे कृषि से जुड़ी हर समस्या के समाधान में अपनी भूमिका निभाई है। राष्ट्रीय सेमिनार के मुख्यवक्ता प्रो. मिलापचंद शर्मा ने ग्लोबल वार्मिंग का ग्लेशियर पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों का विस्तारपूर्णक वर्णन किया। मंच संचालन डॉ. दलबीर हुड्डा ने किया। राष्ट्रीय सेमिनार के संयोजक डॉ. देवेंद्र हुड्डा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।
संयोजक डॉ. देवेंद्र ¨सधु ने सेमिनार से जुड़े हुए हर पहलू पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर भूगोल विभाग व महाविद्यालय के सभी शिक्षक व गैर-शिक्षक कर्मचारी उपस्थित रहे। इस सेमिनार के समापन समारोह के मुख्यातिथि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. वेदप्रकाश श्योराण रहे। करीब 250 भूगोलवेताओं ने अपने शोध प्रस्तुत किए।
इस अवसर पर अनिल ग्रोवर, दलबीर हुड्डा, कुलदीप मलिक, सुशील दलाल, उर्मिल सभरवाल, सुचेता यादव, प्रदीप मलिक, विजेंद्र गढवाला, सुषमा रेढू, संजय गोयत आदि उपस्थित रहे।