कैंसर दिवस पर पीड़ित बच्चों को किया जागरूक
जागरण संवाददाता, रोहतक जहां पूरे विश्व में अंतरराष्ट्रीय बाल कैंसर दिवस मनाया गया, वहीं पीजीआइ में
जागरण संवाददाता, रोहतक
जहां पूरे विश्व में अंतरराष्ट्रीय बाल कैंसर दिवस मनाया गया, वहीं पीजीआइ में भी इसे कैनकिड्स संस्था के सहयोग से मनाकर लोगों को जागरूक किया गया। इस दौरान कैंसर पीड़ित और ठीक हो चुके बच्चों के लिए पें¨टग प्रतियोगिता आयोजित की गई। किडसकैन कैंसर पीड़ित बच्चो के ईलाज और उनकी देखभाल को समर्पित चैरिटेबल सोसायटी की ओर से शनिवार को बच्चों को जागरूक किया गया।
पीजीआइ में हुए कार्यक्रम में एजीएम योंगेंद्र यादव, रीतु भल्ला, डा. संजीव वनंदा, डॉ. कमल नैन, डा. सुधीर अत्री, डॉ. अंजलि, नर्सिग स्टाफ, नान टी¨चग व लैब टैक्निशियन और वालेंटियर हरकेश व राखी ने कैंसर पीड़ित बच्चों का इस बीमारी से लड़ने के लिये जागरूक किया। कैंसर से पीड़ित जिन बच्चों का ईलाज चल रहा है और जो बच्चे इस बीमारी से लड़कर पूर्णतया ठीक हो चुके हैं, सभी ने इस बीमारी को हिम्मत और धैर्य से लड़ने का पाठ पढ़ाया। किडसकैन कैंसर से जूझ रहे हजारों बच्चों की देखभाल में जुटी हैं। लोगों को संबोधित करते हुए एजीएम योगेंद्र ने कहा कि उन्हें काफी खुशी है कि संस्थान में आज बाल कैंसर दिवस मनाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। यह भी कहा कि इस अवसर पर कैंसर पीड़ित बच्चों को ठीक हुए बच्चों से मिलकर काफी नैतिक समर्थन मिलता है। डॉ. सांगवान ने कहा कि कैंसर की दवाइयां काफी मंहगी होती हैं, ऐसे में समाजसेवी संस्थाओं का बहुत बड़ा रोल होता है, जो मरीजों को आर्थिक मदद करती हैं। उन्होंने लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि बच्चों के पास बिल्कुल भी ध्रूमपान न करें और बच्चों को ताजा खाना ही खिलाएं। बाल कैंसर दिवस मनाने का उद्देश्य बताते हुए कहा कि बाल कैंसर पीड़ितों व उनके परिजनों का उत्साह बढ़ाना है। उन्होंने बताया कि हमारे देश में हर साल 50 हजार नए मरीज होते हैं। साल 2007 में पीडियाट्रिक कैंसर यूनिट शुरु की गई और हर साल पचास नए मरीज आते हैं। कैनकिडस की संस्थापक पूनम बगई ने कहा कि उनकी संस्था पूरी कोशिश करेगी की अधिक से अधिक बाल कैंसर के पीड़ितों की मदद करें। कैनकिडस की संस्थापक पूनम बगई ने कहा कि यह अंर्तराष्ट्रीय बाल कैंसर दिवस है और इसको मनाने का लक्ष्य अधिक से अधिक जागरूकता फैलाना है।