खुले में शौचमुक्त हुआ रोहतक का ग्रामीण आंचल
जागरण संवाददाता, रोहतक : रोहतक ग्रामीण आंचल पूरी तरह से खुले में शौचमुक्त हो चुका है
जागरण संवाददाता, रोहतक :
रोहतक ग्रामीण आंचल पूरी तरह से खुले में शौचमुक्त हो चुका है। अब इसे स्थाई रखने के लिए सामूहिक प्रयास करने की जरूरत है। इसी अभियान को लेकर 9 से 15 अगस्त तक स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत खुले में शौच से आजादी- नामक सप्ताह के तहत विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस सप्ताह के दौरान विभिन्न विभागों द्वारा ग्रामीणों के सहयोग से स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों एवं सार्वजनिक स्थलों पर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी अतिरिक्त उपायुक्त अजय कुमार ने दी। वे मंगलवार को जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के सभागार में आयोजित अधिकारियों की बैठक में संबंधित अधिकारी को संबोधित कर रहे थे। सप्ताह के दौरान स्वच्छता अभियान को लेकर सक्रिय भागीदारी करने वाले व्यक्तियों, संस्थाओं को खंड एवं जिला स्तर पर आयोजित होने वाले राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस समारोह पर सम्मानित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि रोहतक जिला ग्रामीण आंचल में पूर्ण रूप से खुले में शौचमुक्त घोषित किया जा चुका है। इसे स्थाई बनाएं रखने के लिए गांव स्तर पर निगरानी कमेटियों का गठन किया गया है। इस सप्ताह के दौरान निगरानी कमेटियों द्वारा प्रतिदिन लोगों को जागरूक करने शौचालयों का निर्माण करवाने तथा सामुदायिक शौचालयों के रख-रखाव बारे विस्तार से सुझाव एवं कार्यों बारे जानकारी ली जाएगी। उन्होंने कहा कि अभियान से प्रत्येक युवा बच्चों व महिलाओं के माध्यम से चेतना रैलियों का आयोजन किया जाएगा तथा सामूहिक बैठकों का आयोजन करके ओडीएफ की सुनिश्चितता पर योजना बनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि गांव को निर्मल बनाने के लिए सोशल मेप तैयार किया जाएगा तथा ओडीएफ, ठोस व तरल कचरा प्रबंधन के लिए भी ग्रामसभाओं का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि निगरानी कमेटियों को ओर अधिक सक्रिय बनाकर स्वच्छता समितियों के साथ सहयोग करके कार्यक्रमों का आयोजन तथा भोजन से पहले शौच के बाद साबुन से हाथ धोने के प्रति भी स्कूली बच्चों व आंगनवाडी केंद्र के बच्चों को जागरूक किया जाएगा। स्कूलों व आंगनवाडी केंद्रों में सुरक्षित जल भंडारण पर बल दिया जाएगा तथा खुले में शौच से आजादी के अन्तर्गत भाषण, प्रश्रोतरी, स्लोगन व लेखन प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाया जाएगा। इसी प्रकार पारस्परिक संचार एवं ओडीएफ के लिए गतिशील गतिविधियों का आयोजन करके सामान्य व तकनीकी जानकारी आम आम जन तक पहुंचाने के लिए ब्रोचर व पुस्तिकाओं का वितरण किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर निजी चिकित्सक का कार्य करने वालों को बायोवेस्टेज का निष्पादन करवाने हेतु रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है। इसलिए ग्रामीण स्तर पर चिकित्सक का कार्य करने वाले बायोवेस्टेज का पंजीकरण अवश्य करवा लें। जो चिकित्सक पंजीकरण नहीं करवायेगा और बायोवेस्टेज को इधर-उधर डालेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा सप्ताह के दौरान कि छोटे बच्चों के प्रयोग में लाए जाने वाले हग्गिज व सैनेटरी पेड का भी सही निष्पादन करने के लिए विशेषकर महिलाओं को जागरूक किया जाएगा।
इस बैठक में एसडीएम रोहतक अर¨वद मल्हाण, एसडीएम सांपला तरूण पावरिया, एसडीएम महम निर्मल नागर, डीडीपीओ अर¨वद मलिक, कार्यकारी अभियंता पंचायतीराज केके धनखड़, डीइओ सुनीता रूहील, डीइइओ परमेश्वरी हुड्डा, स्वच्छता अभियान के संयोजक सहित कई विभागों के अधिकारी मौजूद थे।