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महज आठ सौ रुपये के लिए की बाप-बेटे की हत्या, तीन गिरफ्तार एक ने की सुसाइड

रात को गांव करोर निवासी अमित और उसके पिता श्रीभगवान की दिल्ली- हिसार आउटर बाइपास पर पुल के नजदीक चाय की दुकान पर हत्या करके शव झाडिय़ों में फेंक दिए थे।

By Ankit KumarEdited By: Published: Tue, 23 May 2017 07:41 PM (IST)Updated: Tue, 23 May 2017 07:41 PM (IST)
महज आठ सौ रुपये के लिए की बाप-बेटे की हत्या, तीन गिरफ्तार एक ने की सुसाइड

जेएनएन, रोहतक। जिले के करोर गांव में 14 मई की रात को बाप-बेटे की हत्या मात्र 800 रुपये के लिए की गई थी। वारदात को गांव के ही ऑटो चालक ने अपने तीन दोस्तों के साथ अंजाम दिया था।

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पुलिस ने इस हत्याकांड के तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं पुलिस के अनुसार गिरफ्तारी के डर से मुख्य अभियुक्त ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली है। पुलिस तीनों अभियुक्तों को बुधवार को अदालत में पेश करेगी।

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गौरतलब है कि 14 मई की रात को गांव करोर निवासी अमित और उसके पिता श्रीभगवान की दिल्ली- हिसार आउटर बाइपास पर पुल के नजदीक चाय की दुकान पर हत्या करके शव झाड़ियों में फेंक दिए थे। अगले दिन सुबह लोगों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। मामले में पुलिस ने श्रीभगवान के दूसरे बेटे अनिल की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया था।

सादी वर्दी में पुलिस ने जुटाए सुराग

एसपी पंकज नैन ने इस हत्याकांड की जांच सीआइए-1 प्रभारी जगबीर सिंह को सौंपी। इसके बाद सबूत जुटाने के लिए गांव में सादी वर्दी में कई पुलिसकर्मी छोड़े गए। जांच के दौरान पता लगा कि गांव का रामपाल भी कई दिन से लापता है। सोमवार रात पुलिस ने रामपाल के दोस्त रोहतक की कबीर कालोनी निवासी संदीप के साले रोहित निवासी गांव बडवासनी से पूछताछ की तो उसने सच्चाई बयां कर दी। 

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रोहित की निशानदेही पर उसके जीजा संदीप और सोहन निवासी सुंडाना हाल निवासी सूर्या कालोनी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार मुख्य अभियुक्त रामपाल ने गिरफ्तारी के डर से भाग गया और मंगलवार सुबह रोहतक-जींद रेलवे लाइन पर समरगोपालपुर गांव के समीप ट्रेन के आगे कूद कर आत्महत्या कर ली। सोहन फैक्ट्री में नौकरी करता है, जबकि संदीप गाड़ी चलाता है और रोहित बेरोजगार हैं।

दोस्तों के साथ रची साजिश

गांव करोर निवासी अमित ने एक महीने पहले गांव के ही ऑटो चालक रामपाल से 800 रुपये में एक स्पीकर, मेमोरी कार्ड व ऑटो का डेक खरीदा था। रामपाल ने जब रुपये मांगे तो उसने देने में आनाकानी की। इस पर दोनों में कई बार कहासुनी हो चुकी थी। इसी कारण से रामपाल उससे रंजिश रखने लगा और बाद में रोहित, संदीप और सोहन के साथ अमित की हत्या का प्लान बनाया। 

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योजना के तहत चारों ऑटो में सवार होकर अमित की चाय की दुकान पर पहुंचे। यहां पहले उन्होंने चाय बनवाई और फिर अमित से झगड़ा शुरू कर दिया। इसी दौरान चारों ने मिलकर अमित पर सरिया, डंडे व दुकान में रखे चाकू से हमला कर दिया। बचाव करने आए पिता श्रीभगवान की भी हत्या कर फरार हो गए थे।

हरिद्वार चले गए थे घूमने

हत्या करने के बाद अभियुक्त अनाज मंडी में जाकर सो गए। इसके बाद रोहित और संदीप बड़वासनी चले गए। दो दिन यहां रहने के बाद चारों हरिद्वार चले गए। कई दिन यहां ठहरने के बाद वापस रोहतक पहुंचे और पुलिस के हत्थे चढ़ गए।

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पिता-पुत्र की हत्या में तीन अभियुक्त गिरफ्तार कर लिए गए हैं, जबकि मुख्य अभियुक्त रामपाल ने आत्महत्या कर ली। गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों से पूछताछ की जा रही है।

-पंकज नैन, एसपी, रोहतक।


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