बहाली के लिए सड़कों पर उतरे कर्मचारी, रोहतक लघु सचिवालय घेरा
कर्मचारियों की बहाली की मांग को लेकर मंगलवार को श्रमिक संगठनों ने रोहतक लघु सचिवालय को घेर दिया और जमकर रोष प्रदर्शन किया।
जेएनएन, रोहतक। कुछ कर्मचारियों को बहाल करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे आइसिन कंपनी के लगभग 700 कर्मचारी अपने परिवारों के साथ मंगलवार को सड़कों पर उतर आए। कर्मचारियों ने रोहतक लघु सचिवालय के बाहर जमकर रोष प्रदर्शन किया और लघुसचिवालय को घेर दिया। कर्मचारियों को उग्र तेवरों को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। बता दें, कर्मचारी 3 मई से हड़ताल पर हैं।
कर्मचारियों का कहना है कि आंदोलन को लेकर तमाम कर्मचारी संगठनों का भी समर्थन मिला है। प्रदर्शन में कर्मचारी संगठन भी शामिल हैं। मंगलवार को कर्मचारियों का आंदोलन 21वें दिन में प्रवेश कर गया है लेकिन उनकी मांगें पूरी नहीं हुई है। कर्मचारियों को कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
उधर, कंपनी प्रबंधन का कहना है कि जिन कर्मचारियों को हटाया गया है उनमें से 15 की एक साल की ट्रेनिंग पूरी हो चुकी थी, जबकि पांच का कार्य संतोषजनक नहीं पाया गया था। कर्मचारियों का कहना है कि कंपनी प्रबंधन ने बिना किसी नोटिस के ही 20 कर्मचारियों को निकाल दिया था। उन्हीं की बहाली की मांग को लेकर कंपनी के लगभग 700 कर्मचारियों ने एकजुट होकर यह आंदोलन शुरू किया है, जिनमें लगभग 50 महिला कर्मचारी भी शामिल हैं। उनका कहना है कि उनकी सभी मांगें जायज हैं तथा तीन मई से शुरू हुआ यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी।
कर्मचारियों ने बताया प्रदर्शन में हरियाणा कर्मचारी महासंघ, सीटू, अखिल भारतीय जनवादी जनवादी महिला समिति, बिगुल मजदूर दस्ता, किसान सभा, एसएफआई, डीवाईएफआई, ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री कॉन्ट्रैक्ट वर्कर यूनियन, अखिल भारतीय किसान मजदूर संघ, रिटायर्ड कर्मचारी संघ, भवन निर्माण कामगार यूनियन के अलावा विभिन्न फैक्ट्रियों की यूनियनों ने भी समर्थन किया है।
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