सुरक्षित नहीं हुडा सेक्टर
जागरण संवाददाता, रोहतक : सेक्टर-1 हो या फिर सेक्टर-2 या फिर अन्य सेक्टर। शहर के सबसे बड़े पॉश इलाकों
जागरण संवाददाता, रोहतक : सेक्टर-1 हो या फिर सेक्टर-2 या फिर अन्य सेक्टर। शहर के सबसे बड़े पॉश इलाकों में शुमार। कई मुख्य सड़कें 60 फीट तो कॉलोनियों तक जाने वाली सड़कें 40 फीट तक चौड़ी हैं। बस अड्डे से लेकर एमडीयू, दिल्ली रोड, पानीपत रोड, सोनीपत रोड आदि सड़कें आपस में जुड़ी हुई हैं। यहीं ¨चता अक्सर सेक्टर वालों को सताती है कि चारों तरफ से मुख्य रास्ते, जबकि रिहायशी के हिसाब से पॉश इलाके। इसलिए सेक्टरों को ही वहां की जनता सुरक्षित नहीं मानती है। यही वजह है कि मुख्य मार्गों के आवागमन वाले स्थानों पर गेट के साथ ही सीसीटीवी कैमरे लगवाने की मांग उठने लगी है। पार्कों में भी ऐसी ही व्यवस्थाएं करने को लेकर सेक्टरवासी मांग उठा रहे हैं। ज्यादातर सेक्टर वालों की ¨चता है कि पिछले तीन सप्ताह में ही कई घटनाएं हो चुकी हैं। इसमें चेन छीनने से लेकर अन्य मामले भी शामिल हैं। सुरक्षा के लिहाजे से सेक्टरवासी मांग उठा रहे हैं कि सीसीटीवी कैमरे पार्कों पर मुख्य एंट्री गेट पर लगाएं जाएं, जबकि कुछ बड़े स्थानों पर गेट लगाए जाएं। यहां बता दें कि हुडा के पांच सेक्टर नगर निगम को जून में ही ट्रांसफर हो चुके हैं। इन सभी सेक्टरों में करीब 5700 से अधिक आवास हैं।
उदाहरण एक : सेक्टर-1
सेक्टर-एक की बसावट रोहतक-पानीपत एनएच-71 के बाइपास पर है। बाइपास पर ही तीन मुख्य एंट्री मार्ग हैं, जबकि एक मुख्य रास्ता सेक्टर दो से सटा हुआ है। एमडीयू सहित शहर के सबसे पॉश इलाकों में शुमार है। सभी मुख्य एंट्री वाले चारों रास्तों पर गेट लगवाने की मंजूरी हुडा और प्रशासन से मांग रहे हैं। इसके साथ ही सभी प्रमुख पार्कों, एंट्री गेट, शॉ¨पग कॉम्प्लेक्स आदि स्थानों पर 60 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगवाने की मांग जाट आंदोलन के बाद से ही उठ रही है।
उदाहरण दो : सेक्टर-3
नगर निगम के वार्ड-6 में आता है सेक्टर-3। करीब चार हजार की आबादी वाले इस सेक्टर में समस्याओं के साथ ही सुरक्षा को लेकर भी लोग भयभीत रहते हैं। सेक्टर की जनता कहती है कि पानी, एक्सटेंशन फीस आदि हुडा को दे रहे हैं, लेकिन काम कराने की छोड़िए सुनवाई तक अधिकारी नहीं कर रहे हैं। नाराज सेक्टर-3 की जनता कहती है कि हमें तो समस्याओं का निस्तारण चाहते हैं। सेक्टरों के मुख्य रास्तों पर यहां भी गेट लगवाने की व्यवस्था भी प्रशासन का करनी चाहिए।
सेक्टरवालों ने यह भी दिए सुझाव :::
- सुरक्षा के लिहाजे से सेक्टरों के सभी मुख्य मार्गों पर गेट लगवाने का हुडा इंतजाम हों।
- वाहनों और प्रत्येक व्यक्ति के आवागमन पर निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएं।
- ताऊ देवीलाल पार्क व अन्य सभी पार्कों में सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं।
- लावारिस पशुओं को पकड़वाने के लिए नगर निगम प्रशासन अपने स्तर से कार्य करे।
- बंदरों की समस्या से निजात दिलाने के लिए वन्य प्राणी विभाग से हुडा को एनओसी लेनी चाहिए।
- पार्कों और टूटी सड़कों की मेंटीनेंस कराने की प्रशासन को बरसात से पहले ही व्यवस्था करे।
यह सेक्टर हो चुके हैं नगर निगम के हवाले ::
सेक्टर - सेक्टर काटा गया - हैंडओवर हाउस
01 - मई 1991 - 1623
02 - अप्रैल 2004 - 2215
03 - मई 2004 - 1314
04 - मई 2004 - 561
14 - जनवरी 1991 - 664
नगर निगम को हैंडओवर हुए सेक्टरों में कुल आवास : 5779