हमारी लिए रोल मॉडल है साक्षी दीदी
जागरण संवाददाता, रोहतक : रियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली साक्षी दीदी हमारे लिए रोल मॉडल है। उन
जागरण संवाददाता, रोहतक : रियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली साक्षी दीदी हमारे लिए रोल मॉडल है। उन्होंने ओलंपिक में पदक जीतकर जिस तरह से देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है। वैसे ही हम भी ओलंपिक में मेडल जीतकर देश का परचम दुनिया में लहराना चाहते हैं। छोटूराम स्टेडियम में बुधवार को हुए अंडर-14 के कुश्ती मुकाबलों में भाग लेने आए पहलवानों अनुज दलाल, अमन हुड्डा, कपिल व अंकित ने बताया कि साक्षी दीदी ने जिस तरह की कुश्ती का प्रदर्शन रियो में किया है। उसकी जितनी तारीफ की जाए कम है। कुश्ती का शौक रखने वाले इन पहलवानों ने बताया कि इस साल ओलंपिक में भारत का प्रदर्शन एक समय तक ऐसा था कि देश को एक भी खिलाड़ी मेडल नहीं दिला पा रहा है। ऐसे में रोहतक की साक्षी दीदी ने शानदार प्रदर्शन किया और कुश्ती में एक ही दिन में लगातार पांच मुकाबले खेल कर देश के लिए कांस्य पदक जीता। वहीं, छोटू राम स्टेडियम में कुश्ती का अभ्यास करने वाली अन्य पहलवानों रीना, रितू, निधि, विधि, सीमा व ¨पकी ने बताया कि साक्षी दीदी ने जो मुकाम हासिल किया है वह देश के लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि यहां कई अंतराष्ट्रीय कुश्ती खिलाड़ी अभ्यास करने आती हैं। उनका भी सपना है कि एक दिन वो भी ओलंपिक में मेडल जीत कर देश का सम्मान दुनिया में बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि साक्षी ने जिस तरह की तकनीक के सहारे मेडल तक का सफर तय किया वह बेहद खास है। उनका डबल लेग अटैक शानदार दाव माना जाता है। उन्होंने कहा कि वे सुबह-सायं यहां पर घंटों तक अभ्यास करती हैं। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों में भी अब कुश्ती को लेकर क्रेज बढ़ता जा रहा है। पहले जहां कम खिलाड़ी अभ्यास करने आते थे वहीं अब लगभग 100 खिलाड़ी यहां कुश्ती का अभ्यास करने आ रहे हैं। वहीं अब कुश्ती में साक्षी द्वारा ओलंपिक मेडल जीतने से यहां के खिलाड़ियों का मनोबल और भी बढ़ेगा।