कॉमर्शियल बैंकों का फसल बीमा करने से इन्कार
जागरण संवाददाता, रोहतक : प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की अंतिम तारीख शनिवार है, लेकिन कॉमर्शियल बैंको
जागरण संवाददाता, रोहतक : प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की अंतिम तारीख शनिवार है, लेकिन कॉमर्शियल बैंकों की मनमानी के चलते योजना का लाभ उठाने की राह में रोड़े अटका दिए हैं। बीमा योजना को लेकर अकेले कृषि उप निदेशक कार्यालय में ही आधा दर्जन से अधिक गांवों की शिकायत आ चुकी हैं। कहीं दो सप्ताह से कहीं दस दिन से बैंकों की तरफ से चक्कर काटने को किसान मजबूर हैं। उप कृषि निदेशक कार्यालय से संबंधित शिकायतों के संबंध में जिला अग्रणी अधिकारी(एलडीएम) से कॉमर्शियल बैंकों की लापरवाही के संबंध में अवगत कराया है।
शुक्रवार को भालौठ से शिकायत करने तमाम किसान पहुंचे। किसानों का दावा था कि बृहस्पतिवार को भी फोन से हमने उप कृषि निदेशक कार्यालय में शिकायत की थी। किसानों का आरोप है कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से लगातार चक्कर कटवाए जा रहे हैं, लेकिन बीमा नहीं कराया जा रहा है। हालांकि बैंक प्रबंधन ने ऐसी शिकायतों को गलत बताया है। इस वजह से योजना का लाभ हमें नहीं मिल पाएगा। ऐसी ही शिकायतें खड़वाली, सुनारियां, बहू अकबरपुर, ककराना, जींदरान आदि गांव के किसानों की मौखिक और लिखित में भी शिकायतें पहुंची हैं। किसानों ने बैंकों की तरफ से अभी तक आदेश न होने की बात कहकर लगातार टरकाया जा रहा है। इसलिए उप कृषि निदेशक ने पूरे प्रकरण में हस्तक्षेप करने के लिए बैंक के उच्चाधिकारियों से शिकायत कर दी है।
वर्जन
मेरे पास लगातार किसानों के फोन आ रहे हैं। लिखित में करीब आधा दर्जन गांवों की शिकायतें आ चुकी हैं। भालौठ व खड़वाली में बैंक प्रबंधन की शिकायत तो मैंने एलडीएम से भी कर दी है। कॉमर्शियल बैंकों का यदि यही रवैया रहा तो किसान तो योजना का लाभ उठाने से वंचित रह जाएंगे। लाभ कैसे मिलेगा। इसलिए एलडीएम से पूरे प्रकरण में हस्तक्षेप करने को कहा है।
-डॉ. मदन मोहन ¨सह, उप कृषि निदेशक, रोहतक
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यह बात सही है कि भालौठ की शिकायत उप कृषि निदेशक के माध्यम से मेरे पास आई है। इस समस्या को निस्तारित कराएंगे, लेकिन इनके अलावा मेरे पास कोई भी शिकायत लिखित या फिर मौखित तौर से नहीं आई है।
-एनके बंसल, एलडीएम