पीजीआइ के निदेशक कार्यालय में फिर मिला लारवा
जागरण संवाददाता, रोहतक : स्वास्थ्यकर्मियों की साफ-सफाई के प्रति लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। पीज
जागरण संवाददाता, रोहतक : स्वास्थ्यकर्मियों की साफ-सफाई के प्रति लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। पीजआइ के निदेशक कार्यालय में एक बार फिर लारवा मिला है, जबकि इससे पहले यहां लारवा मिलने पर सफाई करने के लिए नोटिस दिया जा चुका है। मलेरिया विभाग की टीम ने शनिवार को पीजीआइ में कई स्थानों पर जांच पड़ताल की। इस दौरान छह स्थानों पर लारवा मिले और टीम ने संबंधित को नोटिस थमाकर साफ-सफाई के लिए जागरूक किया।
मलेरिया विभाग के स्वास्थ्य निरीक्षक डॉ. राज¨सह ने बताया कि टीम ने शनिवार को पीजीआइ स्थित निदेशक कार्यालय का निरीक्षण किया। यहां पूर्व में निरीक्षण के दौरान लारवा मिला था और नोटिस थमाया गया था। शनिवार को एक बार फिर यहां स्थित एक कूलर व चिड़ियों के लिए रखे गए पानी के बर्तन में लारवा मिला। टीम ने यहां एक बार फिर कर्मियों को लारवा दिखाकर साफ-सफाई के लिए जागरूक किया और नोटिस थमा दिया। इसके बाद टीम ने पीजीआइ के विभिन्न हास्टलों में निरीक्षण किया। यहां भी तीन स्थानों पर टीम को लारवा मिला। टीम ने फोरेंसिक विभाग के विभिन्न कार्यालयों का भी निरीक्षण किया। यहां एक स्थान पर लारवा मिला और टीम ने कर्मियों को लारवा दिखाकर साफ-सफाई रखने के लिए प्रेरित किया। टीम ने कूलरों में दवा डाली और लारवा मिलने पर कुल छह स्थानों पर नोटिस दिए।
जानलेवा हो सकता है चिड़ियों के लिए गंदा पानी
कुछ लोग चिड़ियों की प्यास की ¨चता करते हुए उनके लिए बर्तन में पानी तो रख देते हैं लेकिन साफ-सफाई का बिल्कुल ख्याल नहीं रखते। पीजीआइ के निदेशक कार्यालय में भी ऐसी ही लापरवाही सामने आई। यहां परिसर में किसी ने चिड़ियों के पीने के लिए पानी का बर्तन रखा था लेकिन इसकी सफाई नहीं की गई थी। इससे पानी में गंदगी जमा हो गई और लारवा भी पनप गए। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो इस तरह का दूषित पानी चिड़ियों के लिए जानलेवा भी हो सकता है। इसलिए चिड़ियों के पानी के बर्तन की सफाई का भी विशेष ख्याल रखें।