खेल नर्सरियों के लिए कर सकेंगे 15 तक आवेदन
जागरण संवाददाता, रोहतक : हरियाणा में जल्द ही 210 खेल नर्सरियां स्थापित होंगी। प्रदेश सरकार ने स्वर्ण
जागरण संवाददाता, रोहतक : हरियाणा में जल्द ही 210 खेल नर्सरियां स्थापित होंगी। प्रदेश सरकार ने स्वर्ण जयंती खेल नर्सरी स्थापित करने के लिए शिक्षण संस्थानों से आवेदन मांगे हैं। सरकार की योजना के अनुसार प्रदेश के सभी जिलों में लड़के व लड़कियों के लिए हॉकी, फुटबाल, वालीवाल, एथलेटिक्स व तैराकी की 5-5 नर्सरियां स्थापित की जाएंगी।
खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग के निदेशक जगदीप ¨सह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार द्वारा हरियाणा के सभी जिलों में स्वर्ण जयंती खेल नर्सरियां स्थापित करने के लिए आवेदन मांगे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 210 नर्सरियां खोली जानी हैं, जिनके लिए निजी व सरकारी शिक्षण संस्थान आवेदन कर सकते हैं। प्रत्येक जिला में लड़के व लड़कियों की 5-5 नर्सरियां खोली जाएगी, जिनमें हॉकी, फुटबाल, वालीवाल, एथलेटिक्स व तैराकी की नर्सरियां शामिल हैं। आवेदन की अन्तिम तिथि 15 जुलाई निर्धारित की गई है।
निदेशक जगदीप बताया कि वरिष्ठ माध्यमिक स्तर के शिक्षण संस्थान खेल नर्सरियां स्थापित करने के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने वाले शिक्षण संस्थान में संबंधित खेल का मैदान होना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि खेल नर्सरियां स्थापित करने के लिए चुने गए शिक्षण संस्थानों को जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम की निगरानी में 8 से 14 वर्ष की आयु के विद्यार्थियों का स्पीड टेस्ट करवाना अनिवार्य होगा। साथ ही स्पीड टेस्ट में चयनित 25 विद्यार्थियों की पढ़ाई का प्रबंध भी संबंधित संस्थान को करना होगा। इसके अलावा खेल में रूचि रखने वाले अन्य छात्रों को भी प्रशिक्षण देना होगा। ऐसे छात्र छात्रवृति व आहार भत्ता के हकदार नहीं होंगे।
खिलाड़ियों को हर माह मिलेगा भत्ता
खिलाड़ियों को छात्रवृति व आहार भत्ता के रूप में 1500 रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे। कोच लगाने के लिए अनुबंध भत्ता 15 हजार रुपये प्रतिमाह होगा और उपकरण व मैदान के रखरखाव आदि के लिए एक लाख 20 हजार रुपये दिए जाएंगे। स्पीड टेस्ट में चयनित खिलाड़ियों को प्रति माह कम से कम 22 दिन प्रशिक्षण सत्र में भाग लेना होगा, तभी वे छात्रवृति व आहार भत्ता के लिए पात्र होंगे। खिलाड़ियों को अनुशासन में रहना होगा और नशा व गैर सामाजिक गतिविधियों से दूर रखना होगा। किसी भी प्रकार की उल्लंघन पर खेल विभाग हरियाणा खिलाड़ी की छात्रवृति राशि वापिस ले सकता है।