सेहत से खिलवाड़ करने वाले झोलाझाप पर पुलिस मेहरबान
जागरण संवाददाता, रोहतक : जमीन हड़पने के चक्कर में गांव सुड़ाना के एक बुजुर्ग की बीमारी ठीक करने के बहा
जागरण संवाददाता, रोहतक : जमीन हड़पने के चक्कर में गांव सुड़ाना के एक बुजुर्ग की बीमारी ठीक करने के बहाने ऐसी दवाईयां दे दी, जिससे बुजुर्ग के शरीर के अंग काम करने बंद कर गए। बुजुर्ग के बेटे को जब इसके बारे में पता लगा तो उन्होंने दवाईयों की जांच कराई।
अधिकतर दवाईयां नशीली मिली। जिसके बाद झोलाझाप डॉक्टर के खिलाफ बेटे ने स्वास्थ्य विभाग से लेकर पुलिस विभाग तक को शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। स्वास्थ्य विभाग के डीआइ ने इसकी जांच की तो मामला सही पाया और डीआइ ने कलानौर एसएचओ को रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए। बावजूद इसके कलानौर पुलिस रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रही है।
गांव सुड़ाना निवासी श्रीभगवान ने बताया कि गांव के ही एक झोलाझाप डॉक्टर को उनके पिता जगदीश चंद्र को पैर में थोड़ा दर्द होना बताया। जिसके बाद इस डॉक्टर ने उसके पिता का उपचार शुरू कर दिया। उसने कई माह तक उसके पिता को दवाईयां खिलाई।
जिसके बाद उसके पिता और भी कमजोर होते चले गए और पैर का दर्द ज्यों का त्यों रहा। इसके बाद यह जानकारी श्रीभगवान को लगी। श्रीभगवान ने उन दवाइयों की जांच कराई तो यह दवाईयां गलत निकली और डॉक्टरों ने बताया कि एक तरह से उनके पिता को मीठा जहर दिया जा रहा है। जिसके बाद बेटे ने जांच की तो पता चला कि झोलाझाप डॉक्टर उनके पिता की जमीन हड़पने के चक्कर में उनकी हत्या करने के चक्कर में था, ताकि वह उनकी मौत के बाद उनकी जमीन को हड़प सके।
डॉक्टरों ने बताया कि इन दवाईयों से दिमाग काम करना बंद कर देता है और इंसान से चाहे जहां पर हस्ताक्षर करा ले वह कर देता है।
इसके बाद इस संबंध में श्रीभगवान ने स्वास्थ्य विभाग के सीएमओ को शिकायत दी। जिसके बाद यह जांच डीआइ को सौंपी गई। डीआइ ने जांच की तो पता चला मामला सही है और उन्होंने कलानौर एसएचओ को रिपोर्ट दर्ज करने के लिए कहा।
कलानौर एसएचओ ने काहनौर चौकी इंचार्ज को जांच के लिए कहा। बेटे का आरोप है कि अभी तक भी काहनौर चौकी इंचार्ज ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की है। इससे साफ है कि कलानौर पुलिस झोलाझाप डॉक्टर पर मेहरबान है।
वर्जन
मैने अभी हाल ही में चार्ज लिया है। मेरी जानकारी में यह मामला नहीं है। पता करके जांच कराता हूं। पीड़ित को इंसाफ जरूर मिलेगा
जगबीर ¨सह, कलानौर एसएचओ।