आंदोलन की सुगबुगाहट पर केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की नजर
सर्वेंद्र पुंडीर, रोहतक जाट आरक्षण आंदोलन को लेकर शुरू हुई सुगबुगाहट पर स्थानीय प्रशासन ही नहीं प
सर्वेंद्र पुंडीर, रोहतक
जाट आरक्षण आंदोलन को लेकर शुरू हुई सुगबुगाहट पर स्थानीय प्रशासन ही नहीं प्रदेश सरकार से लेकर केंद्र सरकार तक की नजर है। केंद्र सरकार ने बेहद गोपनीय तरीके से केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के अफसरों को हरियाणा में भेज दिया है। जिनमें से दो अफसर रोहतक में स्थायी रूप से ठहरे हुए हैं। ये अफसर केंद्रीय गृह मंत्रालय को पल-पल की रिपोर्ट दे रहे हैं। हाईकोर्ट ने जैसे ही आरक्षण पर अंतरिम रोक लगाई है, तभी से केंद्र व प्रदेश सरकार ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी थी। इसके अलावा केंद्र सरकार ने दो दिन पहले प्रदेश सरकार से एक रिपोर्ट मांगी है, जिसमें कहा गया है कि यदि आंदोलन होता तो सरकार उससे निपटने के लिए क्या करेगी। इसकी रिपोर्ट भेज भी दी गई है। बता दें कि केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने प्रदेश के आठ जिलों में डेरा जमाया हुआ है। जो रिपोर्ट देने के साथ साथ इस समस्या के निदान के बारे में सुझाव दे रहे हैं।
पांच जून से होना है आंदोलन
जाट आरक्षण को लेकर उच्च अदालत के द्वारा लगाई गई अंतरिम रोक के बाद जाट समाज ने पांच जून से आंदोलन की चेतावनी दी हुई है। जाट समाज का आरोप है कि कोर्ट में प्रदेश सरकार की तरफ से ठोस पैरवी नहीं की गई। इसी कारण हाइकोर्ट से स्टे हुआ है। वहीं सरकार से भी हाइकोर्ट ने जवाब मांगा है। सरकार का कहना है कि वह तारीख से पहले ही अपना जवाब हाइकोर्ट में दाखिल कर देंगे।
बसंतपुर व जाट भवन में बनी रणनीति
29 मई को जाट नेताओं और युवा नेताओं की एक मी¨टग गांव बसंतपुर और जाट भवन में हुई। जिसमें आंदोलन की रूपरेखा तैयार की गई है। हालांकि इस मी¨टग से मीडिया कर्मियों को दूर रखा गया है। सूत्रों की माने तो बसंतपुर की मी¨टग में कई गांव के जिम्मेदार लोग एकत्रित हुए थे। इस गांव में हुई मी¨टग में क्या रणनीति बनी है, इसकी अभी जानकारी नहीं दी गई है। वहीं जाट भवन में युवा जाट एकता मंच के पदाधिकारियों ने भी मी¨टग करके रणनीति तैयार की है।
अतिरिक्त फोर्स की तैनाती शुरू
प्रदेश के डीजीपी केपी ¨सह और एडीजीपी अकील मोहम्मद के आदेश पर आठ जिलों के लिए अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाना शुरू कर दिया है। रोहतक के सांपला में भी सीआरपीएफ और आरएएफ की दो-दो कंपनियों को बुलाया गया है। इन सभी को निर्देश दिए गए है कि फोर्स किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटेगी। इस बार कड़ाई से कार्रवाई होगी। बता दें कि मुधबन, भौंडसी व सुनारियां पुलिस ट्रे¨नग सेंटरों में भी अतिरिक्त पुलिस बल को रखा गया है।
देशद्रोह के मुकदमे से है रोष
गौरतलब है कि जाट नेता यशपाल मलिक समेत 125 लोगों पर दर्ज हुए देशद्रोह के मुकदमे को लेकर भी जाट समाज में बेहद रोष है। जाट नेता यशपाल मलिक ने कहा कि इस सरकार में आम लोगों को देशद्रोह का आरोपी बनाया जा रहा है। इसलिए यह सरकार फेल हो चुकी है। हम लोगों पर जो देशद्रोह का केस दर्ज किया है। उससे साफ लग रहा है कि इस सरकार में किसी को बोलने का कोई हक नहीं है। ऐसा लग रहा है जैसे हम आज भी आजाद नहीं हुए है।
उपद्रवियों को पहले भी किया जा सकता है गिरफ्तार
एसपी रोहतक शशांक आनंद ने बताया कि यदि इस बार किसी ने अपने भाषण के जरिए भड़काने की कोशिश की तो उसे मौके से ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके अलावा पुलिस को लगता है कि कोई भी व्यक्ति शरारत कर सकता है तो उसे आंदोलन से पहले भी गिरफ्तार किया जा सकता है। इस बार पुलिस कानून को हाथ में नहीं लेने देगी।
वर्जन
इस बार किसी भी सूरत में कानून को हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा। आम जनता को घबराने की जरूरत नहीं है। इस बार हमारे पास पूरी फोर्स और साधन उपलब्ध है। मै लोगों से अपील करता हूं कि वह किसी भी अफवाह पर ध्यान न दे और शांति बनाकर रखे। पैरा मिलिट्री फोर्स भी जिले के अंदर आ चुकी है। सभी विभागों से तालमेल बनाकर पुलिस चल रही है। इस बार आमजन का कोई नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। रही सुरक्षा एजेंसियों की बात इस पर मै कोई टिप्पणी नहीं करूंगा वह गोपनीय है।
शशांक आनंद, एसपी, रोहतक।