विभाग के आदेश नकारे, दाखिले को फिर रहे मारे-मारे
जागरण संवाददाता, रोहतक : शिक्षा विभाग की चेतावनी भी निजी स्कूलों में मुफ्त दाखिला नहीं दिला सकीं। 13
जागरण संवाददाता, रोहतक : शिक्षा विभाग की चेतावनी भी निजी स्कूलों में मुफ्त दाखिला नहीं दिला सकीं। 134ए के तहत एडमिशन की राह न खुलने से आहत अभिभावकों ने बृहस्पतिवार को शहर विधायक मनीष ग्रोवर से शिकायत कर दी। निजी स्कूलों पर आरोप हैं कि लगातार चक्कर काटने के बावजूद दाखिले नहीं दिए जा रहे हैं। अभिभावकों की ¨चता है कि दो माह होने को आ गए हैं, लेकिन बच्चे घरों पर बैठे हैं। इसके बाद अभिभावकों ने जिला शिक्षा अधिकारी सुनीता रूहिल को दुखड़ा सुनाया। शिक्षा अधिकारी ने एडमिशन लेने से इन्कार करने वाले स्कूलों की जांच के आदेश दिए हैं।
यहां बता दें कि जो निजी स्कूल एडमिशन लेने में लापरवाही बरत रहे हैं, उनको शिक्षा विभाग की तरफ से चेतावनी दी गई थी। निजी स्कूलों पर शिकंजा कसने के लिए कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी। ऐसे में उम्मीद थी कि निजी स्कूल एडमिशन ले लेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। परेशान तमाम अभिभावक कैनाल रेस्ट हाउस में शहर विधायक के पास शिकायत लेकर पहुंचे। अभिभावकों का तर्क था कि अभी तक निजी स्कूलों ने एडमिशन नहीं लिए हैं। सत्र को शुरू हुए करीब दो माह बीतने को आ गए, लेकिन एडमिशन न होने से बच्चों की पढ़ाई पिछड़ चुकी है। अब कोर्स पूरा होने कैसे होगा, यह भी ¨चता अभिभावकों ने जाहिर कर दी। पूरे मामले में विधायक ने मामला सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है। इसके बाद सभी अभिभावक दो जमा पांच मुद्दा संगठन के रोहतास ¨सहमार के साथ जिला शिक्षा अधिकारी से मिलने पहुंचे। अभिभावकों की ¨चता से सहमति जताते हुए पूरे प्रकरण में शिक्षा अधिकारी ने जांच का आश्वासन दिया है। इस दोरान विजेंद्र, विजय कुमार, कमल, सुरेंद्र, हिना, शीला देवी, सुनील, सुनीता देवी, ¨पकी, नीलम, सोनिया, उर्मिला, ज्योति, अंजू, आनंद कुमार, प्रिया पायल, गीता अलका आदि मौजूद रहे।
वर्जन
कुछ निजी स्कूलों की तरफ से अभी तक एडमिशन लेने में लापरवाही सामने आई है। दूसरी से लेकर आठवीं तक क्लास के लिए संबंधित खंडों के डीईईओ को तो 9वीं से 12वीं तक बीईओ को एडमिशन से इन्कार करने वाले स्कूलों की जांच के आदेश दिए गए हैं। यदि निजी स्कूल एडमिशन नहीं लेते हैं तो इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए सरकार को लिख देंगे।
-सुनीता रूहिल, जिला शिक्षा अधिकारी