आरक्षण, बेटी, गाय और गीता पर भाजपा कर रही राजनीति : हुड्डा
जागरण संवाददाता, रोहतक : भाजपा सरकार हर मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है। आरक्षण, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ा
जागरण संवाददाता, रोहतक : भाजपा सरकार हर मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है। आरक्षण, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, गीता और गाय सभी का सरकार ने राजनीतिकरण कर दिया है। भाजपा ने अपने चुनावी 154 में से एक भी वादा पूरा नहीं किया है, बल्कि कांग्रेस की पुरानी योजनाओं को अपनी बताकर बखान करने में लगी है। यह विचार प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र ¨सह हुड्डा के हैं। वह शहर स्थित अपने आवास पर पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।
आरक्षण पर एक-दूसरे को भिड़ाने का काम कर रही सरकार
भूपेंद्र ¨सह हुड्डा ने कहा कि आरक्षण के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी की सरकार एक दूसरे को भिड़ाने के प्रयास में जुटी है। हमारी सरकार ने 27 फीसद पिछड़ा वर्ग के आरक्षण से छेड़छाड़ तक नहीं की और सामान्य जातियों के भी गरीबों को दस फीसदी आरक्षण दिलाया। आरक्षण के मुद्दे को सुलझाने के बजाय उसे केंद्र सरकार के पाले में डालकर राजनीति की जा रही है। आरक्षण के मुद्दे पर सरकार एक दूसरे को आपस में भिड़ाने का काम कर रही है। हमने अपने चुनाव पूर्व के घोषणा पत्र के सभी वादे पूरे किए और भाजपा ने अपने 154 वादों में से एक भी पूरा नहीं किया।
नौ जवानों को ना रोजगार मिला ना भत्ता
हमने बेटियों के लिए लाडली योजना की शुरुआत की थी। भाजपा अब बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा देकर बखान कर रही है। जबकि यह कांग्रेस की देन है। सौ फीसद बिल जमा करने पर 24 घंटे गांव को बिजली देने की योजना चलाई थी। जिसे जगमग ग्राम योजना का नाम दिया जा रहा है। प्रदेश के नौ जवानों को नौ हजार रुपये भत्ता देने या फिर रोजगार देने का वादा किया गया था, उन्हें न भत्ता मिला न रोजगार दिया गया। वहीं, आम आदमी के खाते में 15 लाख रुपये पहुंचाने का वादा किया गया था। आम आदमी खुद को ठगा महसूस कर रहा है। इस सरकार से जनता का विश्वास जितनी जल्दी उठा, उतना किसी सरकार से नहीं उठा।
जापान दे रहा सुधरने की सीख
हुड्डा ने कहा कि प्रदेश में उद्योगों की हालत खराब है। कारोबारी और दूसरे देश यहां उद्योग लगाने के लिए तैयार नहीं हैं। हरियाणा में बिजली कभी सबसे सस्ती आज यहां देश के सभी प्रदेशों से महंगी बिजली है। इसके चलते यहां नए उद्योग लगने मुश्किल हैं। ऐसे ही उद्योग लगाने पर जापान ने सरकार को सीख दी थी कि पहले अपने यहां के हालात सुधारो।
बजट से उम्मीद बेमानी, ईशरत जहां पर चुप्पी
पूर्व मुख्यमंत्री से आगामी बजट से उम्मीद पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि बजट से उम्मीद बेमानी है। पिछले साल भी बजट आया था, कुछ नहीं मिला। इस बार भी आने वाला है, उसे भी देखेंगे। ईशरत जहां मुद्दे पर पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा से सवाल किया गया, तो उन्होंने इस पर जवाब देने से इंकार कर हाईकमान पर टाल दिया।
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