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केंद्रीय मंत्री से मिलने हाईवे पहुंचे ग्रामीण, नहीं आए तो लगाया जाम

संवाद सहयोगी, सांपला : शहर के साथ सेक्टर के लिए जाने वाली भूमि के लिए दो करोड़ से ज्यादा से मुआवजे के

By Edited By: Published: Fri, 12 Feb 2016 01:01 AM (IST)Updated: Fri, 12 Feb 2016 01:01 AM (IST)
केंद्रीय मंत्री से मिलने हाईवे पहुंचे ग्रामीण, नहीं आए तो लगाया जाम

संवाद सहयोगी, सांपला : शहर के साथ सेक्टर के लिए जाने वाली भूमि के लिए दो करोड़ से ज्यादा से मुआवजे के मांग को लेकर बृहस्पतिवार को किसानों की पंचायत हुई। पंचायत शुरू होने के साथ ही एकमत फैसला हुआ कि दिल्ली से रोहतक की ओर आने वाले केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री बीरेंद्र ¨सह डूमरखां से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा जाएगा। दोपहर के समय काफी संख्या में किसानों सहित महिलाएं पूर्वी बाईपास पर पहुंच गए। काफी देर तक केंद्रीय मंत्री के नहीं पहुंचने पर काफी ग्रामीण हाईवे पर आ गए तथा जाम लगा दिया। महज चंद मिनट तक एक तरफ से हाईवे पर यातायात बंद करवा दिया। बाद ग्रामीणों ने हाईवे पर ही बैठ गए। इस दौरान पुलिस के अधिकारियों ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने एक न सुनी। बाद में करीब सवा घंटे तक हाईवे पर बैठे ग्रामीण अपने आप ही हाईवे से उठ गए तथा केंद्रीय मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसानों का कहना था कि वह अगले दिनों में पंचायत करके रणनीति बनाएंगे। किसानों का कहना था कि वह प्रति एकड़ दो करोड़ रुपये मुआवजा दिए जाने के बाद ही अपनी भूमि सरकार को देंगे।

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जानकारी के अनुसार कस्बे के साथ बनने वाले हुड्डा सेक्टर के लिए की जाने वाली करीब 322 एकड़ भूमि के प्रति एकड़ दो करोड़ मुआवजे की मांग को लेकर गांव में किसानों की पंचायत हुई। पंचायत में फैसला लिया गया कि दिल्ली से रोहतक की ओर जाने के दौरान केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा। दोपहर काफी संख्या में ग्रामीण जिसमें काफी महिलाएं भी शामिल थी पूर्वी हाईपास पर पहुंच गए। ग्रामीणों के वहां पहुंचते ही डीएसपी अमित दहिया व थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राजबीर ¨सह दलबल के साथ मौके पर पहुंच गए। प्रशासन द्वारा किसानों के प्रतिनिधिमंडल को रोहतक सर्किट हाउस में आकर मिलने का आश्वासन दिया गया। अधिकारियों के मंत्री से रोहतक मिलने की बात सुनते ही काफी ग्रामीण हाइवे पर उतर आए तथा एक तरफ से जाम लगा दिया। पुलिस अधिकारियों ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने एक न सुनी। महज पांच मिनट तक हाइवे पर जाम लगाने के बाद ग्रामीण हाइवे पर ही बैठ गए तथा वहीं चौकड़ी मारकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान वाहनों का आवागमन होता रहा, लेकिन ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए पुलिस अधिकारी वहीं डटे रहे। खास बात यह रही कि पुलिस के अधिकारियों के आश्वासन व समझाने के बाद भी वह सड़क से नही उठे, लेकिन करीब सवा घंटे बैठने के बाद ग्रामीण स्वयं ही हाइवे से उठ गए तथा अगले दिनों में फिर से रणनीति बनाकर आंदोलन की बात कही। इस दौरान किसानों ने मंत्री एवं सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उनका कहना था कि वह प्रति एकड़ दो करोड़ रूपये मुआवजा लिये बगैर अपनी जमीन नहीं देंगे। इस दौरान पुलिस महकमें में भी हड़कंप मचा रहा।

--दो फाड़ दिखाई दिए किसान

हाईवे पर जाम व प्रदर्शन के दौरान किसान दो फाड़ नजर आए। काफी संख्या में किसान जिसमें महिलाएं भी शामिल थी, जो सड़क पर जाम के साथ अनशन पर बैठ गई, लेकिन काफी किसान सड़क से दूर रहे। एक तरफ किसानों का कहना था कि केंद्रीय मंत्री के पास उनसे मिलने के लिए दो मिनट का समय नहीं है तो वह भी सड़क पर जाम लगा देंगे। वहीं अन्य किसानों का कहना था कि पंचायत में शांति पूर्ण माहौल में ज्ञापन देने पर सहमति बनी थी। वहीं कुछ लोग तो रोहतक भी मंत्री से मिलने के लिए रवाना हो गए।

--केंद्रीय मंत्री का रूट बदला

किसानों के हाइवे पर बैठने व उनके विरोध को देखते हुए बताया जाता है कि उसके काफिले का रूट ही डायवर्ट कर दिया गया। केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र ¨सह को रूट बदला गया। दिल्ली से रोहतक उनको सांपला की बजाय खरखौदा से निकाला गया। यहीं कारण कि रोहतक जाट स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में भी काफी देरी से पहुंचे।


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