मदवि की सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
जागरण संवाददाता, रोहतक : मदवि के हॉस्टल में कीनिया के छात्र से हुई वारदात ने मुख्यद्वार से लेकर हॉस्
जागरण संवाददाता, रोहतक : मदवि के हॉस्टल में कीनिया के छात्र से हुई वारदात ने मुख्यद्वार से लेकर हॉस्टल के गेट तक सुरक्षा की पोल खोल दी है। सवाल यह उठता है कि देर रात विवि परिसर में बाहरी युवक प्रवेश कैसे कर गए। आरोपियों वहां नशाखोरी भी की और वारदात कर बेखौफ फरार होने में कामयाब हो गए।
तैनात सुरक्षाकर्मी की कार्यशैली घेरे में
बता दें कि जिस हॉस्टल में यह वारदात हुई घटना की जानकारी लेने जाने पर रविवार दोपहर यहां गेट पर ही एक सुरक्षाकर्मी मौजूद था। उन्होंने जागरण टीम से पूछताछ और पड़ताल की और इसके बाद अंदर जाने दिया। इसके बावजूद शनिवार देर रात यहां तैनात सुरक्षाकर्मी विनीत की मौजूदगी में आरोपी हॉस्टल में न केवल दाखिल हुए, बल्कि वारदात करने के बाद भागने में भी कामयाब हो गए। जबकि देर रात को यहां कड़ी निगरानी और पूछताछ की जानी चाहिए। वहीं, मदवि के मुख्यद्वार पर भी सुरक्षाकर्मियों की तैनाती रहती है, परिसर में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। इसके बावजूद कार में सवार होकर आए बाहरी युवकों पर किसी की नजर कैसे नहीं पड़ी। अगर पड़ी, तो उन्हें भीतर जाने से रोका क्यों नहीं गया?
'साथी को ढूंढने की कहकर घुसे'
इस संबंध में शनिवार रात हॉस्टल में तैनात सुरक्षाकर्मी विनीत से बात की गई, तो उसने बताया कि देर रात आरोपियों ने उनसे कहा था कि उनका साथी गुम हो गया है। अपने साथी को ढूंढने का झांसा देकर वह हॉस्टल में घुस गए, लेकिन जब उससे सवाल किया गया, कि वारदात के बाद वह भागने में कैसे कामयाब हो गए? उसका जवाब था कि जॉन के हाथ में टॉय गन देखकर वह घबरा गया था। सुरक्षाकर्मी का यह जवाब किसी के गले नहीं उतर रहा है।