पुलिस से अभद्रता के नामजदों को मिली जमानत
- आइजी कार्यालय के सामने हंगामा करने का मामला - छात्र एकता मंच के कार्यकर्ता आत्ममंथन में जुटे
- आइजी कार्यालय के सामने हंगामा करने का मामला
- छात्र एकता मंच के कार्यकर्ता आत्ममंथन में जुटे
जागरण संवाददाता, रोहतक : पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय के सामने अभद्रता का आरोप लगा हंगामा करने और मारपीट के आरोपियों को जमानत मिल गई है। वहीं, छात्र एकता मंच के कार्यकर्ता इस मामले में लेकर आत्ममंथन करने में जुटे हैं। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं की है कि वह कोई रणनीति बना रहे या फिर पूरे मामले पर ¨चतन कर रहे हैं। बहरहाल इस मामले में पुलिस और छात्र पक्ष की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
बता दें कि महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में जनवरी 2013 को आंसर-शीट छत पर पड़े मिलने के के मामले में भगौड़ा घोषित किए गए आरोपी रवि जेमिनी के परिजनों के साथ छात्र एकता मंच के कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे थे। आरोप था कि मामले का जांच अधिकारी आरोपी के परिवार से रिश्वत की मांग कर रहा है और दबाव बना रहा है। आइजी के मिलने के बाद बाहर निकली रवि जेमिनी की मां और छात्र एकता मंच की कार्यकर्ताओं ने एक पुलिस अधिकारी पर अभद्रता का आरोप लगा हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने गाली-गलौज भी की। इस पर पुलिस भड़क गई और उन्होंने एक कार्यकर्ता को हिरासत में ले लिया। इससे छात्राएं आक्रोशित हुईं और उन्होंने जाम लगाने की कोशिश कर आक्रोश व्यक्त किया। इस दौरान पुलिस और छात्राओं में तीखी नोंक-झोक और धक्का मुक्की हुई। पुलिस ने इस मामले में विकास, कृष्ण और गो¨वद के खिलाफ मारपीट, वर्दी फाड़ने और सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने तीनों को मौके से गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने छात्राओं को भी हिरासत में लिया था, लेकिन थाने ले जाकर छोड़ दिया। गिरफ्तार तीनों आरोपियों को पुलिस ने अदालत में पेश किया। अदालत ने उन्हें जमानत दे दी। वहीं, शुक्रवार को हुए बड़े बवाल के बाद छात्र एकता मंच और पुलिस की ओर से कोई प्रतिक्रिया देखने को नहीं मिली। हालांकि जानकारी मिली है कि छात्र एकता मंच के कार्यकर्ता इस मामले में आत्ममंथन कर रहे हैं। हालांकि अभी यह नहीं कहा जा सकता कि वह किसी आंदोलन की रणनीति बना रहे हैं या पूरे घटनाक्रम को लेकर विचार-विमर्श कर रहे हैं। वहीं, पुलिस ने तीन नामजदों के अलावा अन्य पर भी रिपोर्ट दर्ज की है, लेकिन घटना की वीडियो रिकर्डिंग करने वाली पुलिस ने भी अन्य के नाम नहीं खोले हैं।