तीन दिन मौसम रहेगा खराब, मंडी में गेहूं न लाएं किसान
जागरण संवाददाता, रोहतक : कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने किसानों से आह्वान किया है कि वे तीन दिन अपने ग
जागरण संवाददाता, रोहतक : कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने किसानों से आह्वान किया है कि वे तीन दिन अपने गेहूं को मंडी में लेकर न आएं। आगामी तीन दिन मौसम के खराब रहने की संभावना है। उठान की धीमी गति होने के कारण मंडियों में फिलाहाल भारी मात्रा में अनाज पड़ा है। अगर और भी किसान अपना गेहूं लेकर आ गया और बारिश हो गई तो गेहूं खराब हो जाएगा, जिससे किसानों को सरकार को काफी नुकसान होगा। कृषि मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बात कही।
धनखड़ ने कहा कि मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 27, 28 व 29 अप्रैल को फिर से मौसम खराब रहने की संभावना है। इन तीनों दिन बारिश हो सकती है। हालांकि यह तो संभावना है, मगर मैं फिर भी मौसम की मार पहले ही झेल चुके किसानों को सचेत करना चाहता हूं कि अगर इन तीनों दिन मौसम खराब रहता है तो वे गेहूं लेकर मंडियों में न आएं। मौसम साफ हो तो तभी गेहूं लेकर आए। उन्होंने कहा कि किसान ¨चता न करें। वे यह न सोचे कि कहीं उनका गेहूं नहीं खरीदा जाएगा। हड़बड़ाएं नहीं। सरकार किसानों के गेहूं का एक-एक दाना खरीदेगी। सरकार की ओर से 15 मई तक गेहूं खरीदा जाएगा। उन्होंने कहा कि अब तक प्रदेश सरकार की ओर से 4 करोड़ 36 लाख कुंतल गेहूं की खरीद की जा चुकी है और करीब पौने छह करोड़ कुतल गेहूं खरीदने का लक्ष्य सरकार ने रखा है।
पड़ोसी राज्यों के गेहूं खरीद पर फिलहाल रोक
पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल पर कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार गेहूं खरीद में सब्सिडी दे रही है। अगर हम पड़ोसी राज्यों से भी गेहूं खरीदते हैं राज्य सरकार को सब्सिडी की मद में ज्यादा बजट जारी करना पड़ेगा। इसीलिए फिलहाल दूसरे राज्यों के गेहूं की खरीद पर रोक लगाई गई है।
15 मई तक मुआवजा देगी सरकार
कृषि मंत्री ने बताया कि प्रदेश में 65 लाख एकड़ जमीन पर रबी की फसल बोई गई थी। इसमें से 13 लाख एकड़ फसल का नुकसान हुआ है। इस नुकसान की भरपाई के लिए सरकारी की ओर से 1100 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। सरकार 15 मई तक हर हाल में किसानों को मुआवजा जारी कर देगी।
सरकार जाटों के साथ, मदद करने को तैयार
जाट आरक्षण को लेकर पूछे गए सवाल पर कृषि मंत्री धनखड़ ने कहा कि सरकार जाटों के साथ है। जाट समुदाय के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अमित शाह से भी मिले हैं। उन्होंने भी समुदाय को भरोसा दिलाया है। राज्य सरकार भी समाज की मांग पर जो भी वैकल्पिक रास्ते होंगे वे सभी अपनाएंगे।