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मेहंदी के साथ पूरी हुई जैन धर्म की सभी रस्में

जागरण संवाददाता, रोहतक : जैन धर्म को अपनाकर साध्वी बनने जा रही ज्योति जांगिड़ व रितू जैन की शुक्रवार

By Edited By: Published: Sat, 24 Jan 2015 01:04 AM (IST)Updated: Sat, 24 Jan 2015 01:04 AM (IST)
मेहंदी के साथ पूरी हुई जैन धर्म की सभी रस्में

जागरण संवाददाता, रोहतक : जैन धर्म को अपनाकर साध्वी बनने जा रही ज्योति जांगिड़ व रितू जैन की शुक्रवार को मेहंदी की रस्म पूरी की गई। इस रस्म में ज्योति व रितू के हाथों पर मेहंदी लगाई गई और उसे आशीर्वाद दिया गया। रस्म में पहुंचे सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने साध्वी बनने जा रही ज्योति व रितू के हाथों पर मेहंदी लगाकर उन्हें आशीर्वाद दिया। यह रस्म जैन धर्म के पूरे रीति रिवाजों के साथ संपन्न की गई।

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विवेक जैन ने बताया कि मेहंदी की रस्म सुबह 10 बजे शुरू की गई। इस रस्म में सबसे पहले ज्योति के माता पिता ने उसके हाथों में मेहंदी लगाकर अपना आशीर्वाद दिया, वहीं ज्योति की भाभी व चाची ने भी मेहंदी लगाकर उसे आशीर्वाद दिया। इसके साथ ही साध्वी बनने जा रही दूसरी लड़की रितू जैन के माता-पिता ने भी उसके हाथों में मेहंदी लगाकर इस रस्म को पूरा किया। दीक्षा लेने वाली दोनों बहनों को मेहंदी लगाकर श्रद्धालुओं ने अपना आशीर्वाद दिया। कार्यक्रम के दौरान धर्म मुनि महाराज व सुबोध प्रभा महाराज ने प्रवचन कर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। इस मौके पर दिल्ली, पंजाब, मेरठ, रतलाम, सूरत आदि स्थानों से आए भक्तों ने मेहंदी रस्म का लाभ प्राप्त किया। इस मौके पर उपस्थित सभी भक्तों में मेहंदी भी वितरित की गई, जिसे पाकर सभी श्रद्धालु पवित्र हो गए।

आखिरी बार भाई की कलाई में बांधी राखी

जैन धर्म की दीक्षा लेने जा रही ज्योति ने आखिरी बार रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया। उसके अपने भाई र¨वद्र, भाभी सपना, भाई सन्नी व चाचा को आखिरी बार राखी बांधी और उनका आशीर्वाद लिया। वहीं, रितू ने भी अपने भाई के साथ आखिरी बार रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया। इस मौके पर भाई-बहन का प्यार देखने लायक रहा। बहना से आखिरी बार राखी बंधवाकर भाई की आंखें भर आई, क्योंकि इसके बाद उसकी बहन कभी भी उसके पास नहीं होगी और न ही वह राखी बांधने आएगी।

भव्य निकाली जाएगी शोभायात्रा

जैन धर्म की दीक्षा लेने वाली बहन ज्योति व रितू की 24 जनवरी को उनके निवास स्थान से भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा सुबह 9 बजे शुरू होगी और विभिन्न स्थानों से होती हुई दीक्षा स्थल वैश्य हाई स्कूल तक पहुंचेगी, जहां देश के विभिन्न हिस्सों से आए हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहेंगे। इस मौके पर विभिन्न स्थानों से आए जैन धर्म के गुरु भी मौजूद रहेंगे। दोनों बहने हजारों श्रद्धालुओं के बीच जैन धर्म की दीक्षा लेकर पूर्ण रूप से जैन धर्म को अपना लेंगी।


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