यूरिया खाद के लिए हाय-तौबा
फोटो संख्या : 03 संवाद सहयोगी, सांपला : इन दिनों क्षेत्र में खाद की समस्या के चलते किसानों को काफी
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संवाद सहयोगी, सांपला : इन दिनों क्षेत्र में खाद की समस्या के चलते किसानों को काफी परेशानी हो रही है। खाद के लिए किसानों में अफरा-तफरी मची हुई है तथा खाद के लिए वह मारे-मारे फिर रहे हैं। खाद न मिलने से किसानों में खासा रोष है। बुधवार को को-ऑपरेटिव सोसायटी में खाद न मिलने से किसानों ने शासन व प्रशासन के खिलाफ रोष जताया। हैफेड अधिकारियों की ओर से सकारात्मक जवाब न मिलने से रोष और भी बढ़ गया है। किसानों को बताया गया कि पीछे से खाद न नहीं आ रही है।
इन दिनों गेहूं के लिए यूरिया की काफी जरूरत है। जहां किसान गेहूं की पछेती किस्म की बिजाई कर रहे, जिसमें डीएपी खाद के साथ यूरिया की काफी जरूरत है। वहीं महीने पहले बिजाई गई फसल में यूरिया की काफी जरूरत है। यूरिया न मिलने से किसान परेशान है। किसान सोसायटी में खाद लेने के लिए अल सुबह ही लाइन में लग जाते हैं, लेकिन उन्हें बिना खाद के खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। बुधवार को सोसायटी में पहुंचे किसानों को खाद की पर्ची काट दी गई, लेकिन बाद में खाद न होने की बात कहकर किसानों को वहां से लौट जाने को कहा गया। सोसायटी में उपस्थित कर्मचारियों की ओर से खाद न होने की बात सुनकर किसानों का गुस्सा फूटा तथा उन्होंने इसका रोष जताया। खाद लेने के लिए सोसायटी कार्यालय पहुंचे किसान प्रकाश, जयप्रकाश, मनोज, र¨वद्र, प्रवीन, गोपाल, मोहित, जगबीर, राजू, सतीश, प्रमोद व रणजीत सहित अन्य किसानों का कहना था कि वह कई दिनों से खाद लेने के लिए आ रहे हैं, लेकिन उन्हें खाद नही मिल रहा है। अल सुबह लाइन में लगने तथा पर्ची कटने के बाद भी खाद नही मिला है। वह सोसायटी के साथ निजी खाद-बीज की दुकानों पर खाद लेने के लिए दौड़-धूप कर रहे हैं, लेकिन कहीं भी खाद नहीं मिल रहा है।
किसानों का कहना था कि हैफेड अधिकारी व कर्मचारी भी उन्हें गुमराह कर रहे हैं। किसानों का कहना था कि अगर ऐसा ही हाल रहा तो वह सड़क पर उतरने से भी गुरेज नहीं करेंगे। किसानों को खाद की समस्या से निजात दिलाने के लिए कोई पहल नहीं कर रही है। उनका कहना था कि शासन व प्रशासन की लापरवाही से उन्हें खाद के लिए परेशान होना पड़ रहा है। खाद के अभाव में उनकी फसल प्रभावित हो रही है। वहीं सोसायटी में तैनात कर्मचारियों का कहना था कि गत दिवस खाद की पांच सौ कीट मंगाई गई थी जो बांट दी गई। जल्द ही खाद की समस्या खत्म हो जाएगी।